इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने पटना में प्रदेश के बड़े व्यापारियों में से एक गोपाल खेमका की निर्मम हत्या पर रोष जताया. चेंबर अध्यक्ष शरद सालारपुरिया ने कहा कि हर व्यक्ति को सुरक्षा देना सरकार के लिए कठिन है, लेकिन गांधी नगर पुलिस थाना के नजदीक लगभग 200 मीटर की दूरी होने के बावजूद डेढ़ घंटे की देरी से पुलिस का आना संदेह पैदा करता है. उपाध्यक्ष अनिल खेतान एवं अनिल कड़ेल ने कहा कि छोटे-मोटे नेताओं के लिए सुरक्षा की पूरी व्यवस्था रहती है, लेकिन इतने बड़े व्यापारी की सुरक्षा सरकार नहीं कर पायी, यह सुशासन के लिए शर्मनाक है. उपाध्यक्ष अजीत जैन ने कहा कि इस हत्या से उनका मन काफी उद्वेलित है. महासचिव सीए पुनीत चौधरी ने कहा कि बिहार में व्यापारियों की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो रहा है. पुलिस को जल्द अपराधियों को पकड़कर घटना का खुलासा करना चाहिए. पीआरओ उज्जैन मालू ने कहा कि भ्रष्टाचार को शिष्टाचार नहीं बनाया जाये और बिहार में व्यापारियों को सुरक्षा प्रदान की जाये. सचिव प्रदीप जैन ने सभी व्यापारियों को एकजुट होकर इस घटना के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की. वरिष्ठ सदस्य नवनीत ढांढनिया, रमन शाह, अमरनाथ गोयनका, दीपक शर्मा, नीलेश कोटरीवाल, अजय डोकानियां, गौरव बंसल, रोहन शाह आदि सदस्यों ने एकस्वर से इस घटना की निंदा की. एक मिनट का मौन रहकर मृतक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
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