वरीय संवाददाता, भागलपुर
बीएन कॉलेज में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ सोमवार से हुआ. सामाजिक विज्ञान संकाय की तरफ से यह आयोजन किया जा रहा है. वैश्वीकरण और संस्कृति पहचान: भारतीय समाज पर प्रभाव एवं चुनौतियां विषय रखा गया है.
उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण, निजीकरण व उदारीकरण की नीति विकसित भारत 2047 के संकल्प को पूरा करने में सहायक सिद्ध होंगे. लेकिन वैश्वीकरण का प्रभाव भारतीय संस्कृति पर काफी गहरा पड़ा है. ऐसे में विचार करने की जरूरत है कि अपनी सभ्यता व संस्कृति को अक्षुण्ण रखते हुए किस प्रकार विकसित भारत 2047 के संकल्प को पूरा कर सकते हैं.
वहीं, पहले तकनीकी सत्र में ऑनलाइन माेड में जुड़े जापान के डॉ केंजी ताकेशी टोयो ने संस्कृति के आदान प्रदान खासतौर से महाभारत का अध्ययन करके जापान की संस्कृति पर इसके प्रभाव की चर्चा की. उन्हाेंने कहा कि बुद्धिज्म के प्रचार की वजह से भारतीय संस्कृति का जापानी समाज पर बहुत असर पड़ा है. रेव मिनुवानगोडा ने भारत और श्रीलंका की संस्कृति पर वैश्वीकरण के प्रभाव पर बात रखी. दूसरे तकनीकी सत्र में कई वक्ताओं ने अपने पेपर प्रस्तुत किये. रिपाेर्टियर की भूमिका में मुशर्रफ हुसैन, कंचन सिंह, कुंदन कुमार व वासिकुल खैर ने थे. संयोजक डॉ इंदु कुमारी ने अतिथियों का स्वागत किया. इरशाद अली ने धन्यवाद ज्ञापन व मंच संचालन मीडिया प्रभारी फिरोज आलम ने किया. शिक्षक पिंकू कुमार आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया.
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