इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की ओर से शनिवार को आइएमए हाॅल में हृदयरोग व इसके अत्याधुनिक तरीके से इलाज विषय पर दो वैज्ञानिक सत्र का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप जलाकर आइएमए अध्यक्ष डॉ रेखा झा, सचिव डॉ आरपी जायसवाल, वैज्ञानिक कमेटी के चेयरमैन डॉ कुमार रत्नेश, सचिव डॉ वीरेंद्र कुमार व कन्वेनर डॉ आशीष सिन्हा समेत अन्य वरीय चिकित्सकों ने किया. पहले सत्र में कोलकाता के डॉ निकेत अरोड़ा ने हार्ट सर्जरी की नयी तकनीक विषय पर प्रजेंटेशन दिया. उन्होंने विभिन्न हृदयरोग में छोटा चीरा लगाकर, रोबोटिक्स, हार्ट ट्रांसप्लांट व टोटल आर्टिफिशियल हार्ट पर विस्तार से चर्चा की. कहा कि भागलपुर व आसपास के इलाकों में हृदय रोगियों में वृद्धिदर का मुख्य कारण अनियंत्रित मधुमेह है. वहीं फिजिकल एक्टिविटी में कमी, फास्ट फूड जैसे गलत खानपान व स्मोकिंग के कारण हार्ट की बीमारी होती है. हृदयरोग का रिस्क वैसे लोगों में अधिक होता है, जिनके परिवार में हार्ट मरीज हैं. हर साल इको टेस्ट व ट्रेड मिल टेस्ट कराने से लोग इस बीमारी को समय पर पकड़ सकते हैं. दूसरे वैज्ञानिक सत्र को हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ वीरेंद्र कुमार ने व्याख्यान दिया. सत्र का विषय गैर हृदय शल्य चिकित्सा से गुजर रहे हृदय रोगी का मूल्यांकन था. डॉ वीरेंद्र ने बताया कि ऐसे मरीजों की हाइपरटेंशन समेत अन्य कारणों की जांच करें. मौके पर डॉ वीणा सिन्हा, डॉ एससी झा, डॉ सीएम उपाध्याय, डॉ रविकांत मिश्रा, डॉ रोमा यादव, डॉ अर्चना झा, डॉ अंजना कुमारी व डॉ रामादीन समेत कई चिकित्सक मौजूद थे.
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