मारवाड़ी कॉलेज स्नातक सत्र 2024-28 सेमेस्टर वन के छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में लगे एनईपी (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है. विद्यार्थियों का गुस्सा कभी भी विवि में फूट सकता है. दरअसल, मारवाड़ी कॉलेज के शिक्षकों ने इंटरनल परीक्षा में किसी को आधे नंबर से, तो किसी को डेढ़ नंबर से, किसी को दो और ढ़ाई नंबर कम देकर फेल कर दिया है. जबकि इंटरनल परीक्षा में साढ़े 13 अंक में पास है. ऐसे में करीब दो दर्जन छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में एनईपी लग गया है. इस बाबत छात्र-छात्राएं मामले के निष्पादन को लेकर विवि का लगातार चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवायी नहीं हो रही है. इसी कड़ी में बुधवार को भी करीब एक दर्जन छात्र-छात्राएं पहुंचे थे. छात्र-छात्राओं ने बताया कि मामले को लेकर परीक्षा नियंत्रक से मिलने गये, तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया. वहां से रजिस्ट्रार से मिलने गये, ताे उन्होंने कहा कि मामला परीक्षा विभाग का है, वहां जाये. छात्रों ने बताया कि आठ अगस्त तक सेमेस्टर टू का परीक्षा फॉर्म भरा जायेगा. इस बीच उनलोगों के मामले की सुनवाई नहीं होती है. ऐसे में एक साल बर्बाद चला जायेगा. छात्रों ने बताया कि एक दिन पहले मंगलवार को परीक्षा नियंत्रक से मिले थे, तो उन्होंने कहा था कि परीक्षा बोर्ड में रखा गया है. छात्रों ने बताया कि परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि कुलपति के अधिकार पर रोक है. ऐसे में नये कुलपति के आने के बाद ही परीक्षा बोर्ड की बैठक होगी. इसके बाद ही कोई निर्णय हो पायेगा. ऐसे में छात्र-छात्राएं कहां जाये. मामले को लेकर छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को कुलपति से मिलने की बात कही है.
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