गया मेट्रो को लेकर सामने आई बड़ी जानकारी, मंत्री ने बताया शहर में कब से शुरु होगा मेट्रोलाइन का काम

गया : गया मेट्रो का प्रोजेक्ट लगभग 6,742 करोड़ रुपये का है. यह प्रोजेक्ट गया शहर में मेट्रो रेल सेवा शुरू करने के लिए बनाया गया है. सरकार का दावा है कि गया में मेट्रो बनने के बाद शहर के यातायात में सुधार होगा और लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी.

By Prashant Tiwari | April 16, 2025 8:51 PM
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गया : प्रदेश सरकार के पास विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए पैसों की कमी नहीं है. निकायों से योजनाओं का प्रस्ताव आने के साथ ही पैसे भेजे जा रहे हैं. सरकार का लक्ष्य है कि हर क्षेत्र का विकास बिना भेदभाव किया जाये. गयाजी के विकास के लिए पैसों की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी. उक्त बातें नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री जीवेश मिश्रा ने बुधवार को निगम कार्यालय परिसर में 15.66 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास करते हुए कही. उन्होंने कहा कि गया को मेट्रोलाइन से जोड़ने का काम जल्द शुरू किया जायेगा. साथ ही कहा कि जल कनेक्शन से वंचित घरों को अमृत टू योजना के तहत कनेक्शन दिया जायेगा.

6,742 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा गया मेट्रो का प्रोजेक्ट

बता दें कि गया मेट्रो का प्रोजेक्ट लगभग 6,742 करोड़ रुपये का है. यह प्रोजेक्ट गया शहर में मेट्रो रेल सेवा शुरू करने के लिए बनाया गया है. सरकार का दावा है कि गया में मेट्रो बनने के बाद शहर के यातायात में सुधार होगा और लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी. दावा किया जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो की तरह ही गया मेट्रो भी शहर के निवासियों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है, जिससे यातायात और प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी.

महिलाओं की सुविधा के लिए पिंक टॉयलेट

मंत्री ने कहा कि महिलाओं की सुख-सुविधाओं पर सरकार का विशेष ध्यान है. इसके तहत यह ख्याल रखा जा रहा है कि किसी भी स्थिति में महिलाओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो. महिलाओं के लिए निगम क्षेत्र में पिंक टॉयलेट बनाये जायेंगे. इसके साथ ही पिंक बस का भी संचालन किया जायेगा.

निकाय क्षेत्र के वार्ड पार्षद होते हैं सबसे बड़े नेता: मंत्री

मंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में नेता के रूप में सबसे बड़ा स्थान पार्षद का होता है. उन्होंने कहा कि यहां पर देख कर साफ तौर से लगता है कि हर कोई एक-दूसरे का साथ देने के लिए हर वक्त तैयार है. वार्ड पार्षद हर तरह के कठिनाइयों को झेलता है. इसके बाद भी सभी का काम सहजता से करता है. पूर्व डिप्टी मेयर ने बताया कि कुछ दशक पहले तक निगम में सिर्फ दो टूटे वाहन थे. अब अत्याधुनिक संसाधन से निगम लैस हो गया है.

और शवदाह गृह का होगा निर्माण

मंत्री ने कहा कि शहर की आबादी को देखते हुए यहां पर एक बिजली संचालित शवदाह गृह का निर्माण किया जा रहा है. आगे के दिनों में यहां पर और शवदाह गृह का निर्माण कराने की योजना है. उन्होंने कहा कि निकायों में पहले जेइ नहीं होने का रोना रोया जाता था. अब विभाग की ओर से कई जेइ निगम को दे दिये गये हैं. यहां जलजमाव की स्थिति से बचने के लिए भी उपाय करने का निर्देश दिया गया है. शहर को स्वच्छ रखने के लिए वेंडिंग जोन बनाना सबसे जरूरी है. इसलिए जल्द-से-जल्द इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली जाये. उन्होंने कहा कि समस्या को लेकर अधिकारी लोगों से मिलने का एक निश्चित समय तय कर लें, ताकि हर कोई अपनी समस्या लेकर यहां पहुंच सके.

एनडीए काल में विकास की बह रही गंगा: डॉ कुमार

सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने समारोह में कहा कि एनडीए के शासनकाल में पूरे प्रदेश में विकास की गंगा बह रही है. यहां पर लगभग घरों में पाइपलाइन से गंगाजल पहुंचाया गया है. लोगों की हर तरह की सुख-सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि गया में तीव्र गति से विकास हो रहा है और इन विकास कार्यों के बल पर गया को बिहार व देश का नंबर वन शहर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. गयाजी में अब विकास की गति साफ तौर से देखी जा सकती है. यहां पर हाल के दिनों में कई बड़ी योजनाओं को पूरा किया गया.

बिना भेदभाव के विकास को दी जा रही गति : मेयर

मेयर डॉ वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान ने कहा कि गयाजी को स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं किये जाने के बाद भी सभी के सहयोग से विकास किया गया है. इसमें हर स्तर पर अधिकारी, नेता व आमलोगों ने साथ दिया. बिना भेदभाव के ही विकास की गति को बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि लोगों की सबसे अधिक अपेक्षा निगम से होती है. लोगों की अपेक्षा पर अब तक खरा उतरने का हरसंभव प्रयास किया गया है. कई तरह की बाधाओं को पार कर यहां विकास योजनाओं को पूरा कराया गया है.

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नगर निगम को दिया बेहतर संसाधन: मोहन

स्वागत भाषण में पूर्व डिप्टी मेयर सह सशक्त स्थायी समिति सदस्य डॉ अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि कुछ दशक पहले ही यहां पर कचरा उठाव के लिए महज दो वाहन थे. फिलहाल यहां पर 400 से अधिक वाहन हैं. मशीन से शहर की सड़कों की सफाई की जाती है. उन्होंने कहा कि बिहार में पहला नगर निगम है जहां हर दिन कचरे के निस्तारण के लिए प्लांट लगाया गया है. यहां अब तक कई मंत्री आ चुके हैं और सबने निगम के काम की सराहना की है. फिलहाल निगम 3000 से अधिक लोगों को रोजगार मुहैय्या कराया जा रहा है. पहले छोटी सड़क को ढालने के लिए सोचना पड़ता था. अब यहां जीबी रोड व केपी रोड की भी ढलाई हो रही है.

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