Bihar: विधानसभा में उठा तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप का मामला, BJP विधायकों ने सदन में किया हंगामा,माइक तोड़ा
Bihar: बिहार विधानसभा में मंगलावर को भाजपा के द्वारा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हुए ईडी और सीबीआइ (ED-CBI) की कार्रवाई में उनके दिल्ली स्थिति आवास से करोड़ों रुपये की संपत्ति की बरामदगी को लेकर जमकर प्रदर्शन किया गया. भाजपा पहले सदन के वेल में उतर कर जमकर नारेबाजी की.
By Prabhat Khabar Digital Desk | March 14, 2023 12:07 PM
Bihar: बिहार विधानसभा (Bihar Vidhansabha) में मंगलावर को भाजपा के द्वारा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर हुए ईडी और सीबीआइ (ED-CBI) की कार्रवाई में उनके दिल्ली स्थिति आवास से करोड़ों रुपये की संपत्ति की बरामदगी को लेकर जमकर नारेबाजी की गयी. भाजपा (BJP) पहले सदन के वेल में उतर कर जमकर नारेबाजी की. साथ ही, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर तेजस्वी यादव से इस्तीफे की भी मांग की. इस दौरान विधायकों ने सदन में माइक तोड़ दिया. इसके बाद, सदस्य सदन के बाहर गेट पर खड़े होकर जमकर नारेबाजी करने लगे. विधायकों ने हाथ में बैनर और पोस्टर लिया था जिसमें तेजस्वी यादव और प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था.
रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन मामले में हुई थी कार्रवाई
बता दें कि लालू यादव और उनके परिवार पर रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन (Land For Job Scam) मामले में ईडी और सीबीआइ के द्वारा कार्रवाई की गयी थी. राजद सुप्रीमो के करीब 24 ठिकानों पर कार्रवाई की गयी थी. इसमें दिल्ली में तेजस्वी यादव के आवास और उनकी तीन बेटियों के घर पर भी कार्रवाई हुई थी. छापेमारी के बाद ईडी ने दावा किया कि करोड़ों रुपये की संपत्ति का पता चला है. इसके बाद से बीजेपी लगातार तेजस्वी यादव और बिहार में महागठबंधन की सरकार पर हमलावर हो गयी है.
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे यहां छापे में सीबीआइ और इडी को ठेंगा मिला है. इडी की छापेमारी के बाद सोमवार की दोपहर पटना पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि मेरे घर से लेकर मेरी बहनों तक के यहां छापे मारे गये. इस दौरान उनके पहने हुए गहने उतरवाये गये और उसकी फोटो खींची गयी. जितना भी पैसा मिला, वह भी मामूली था. इससे ज्यादा पैसा तो गिरिराज सिंह के यहां कार्रवाई के दौरान मिला था. तेजस्वी ने इडी पर बरसते हुए कहा कि हमारे यहां जितने छापे मारे गये, उतना किसी के यहां नहीं मारे गये. क्या मैं ही अदाणी हूं. भाजपा नेताओं के पास ये एजेंसियां क्यों नहीं जा रही हैं.