गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
पुलिस ने परसौनी पंचायत के मुखिया शंभू सहनी के परिजनों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी का दावा किया. वहीं, सूत्रों ने बताया कि पुलिस कप्तान के लौटने के साथ ही मुखिया अपने घर से सभी सामान को भी उठाकर ले गये. उधर, घटना को लेकर ज्योति के पिता मिठाई कारोबारी सुरेंद्र प्रसाद ने अपने साथ कई कारोबारियों के साथ राज्य नागरिक परिषद के उपाध्यक्ष मंजीत सिंह को ज्ञापन सौंप कर इंसाफ करने की अपील की. मंजीत सिंह ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि इस केस में पुलिस निष्पक्षता से जांच कर दोषियों को सजा दिलायेगी.
पुलिस कप्तान ने कहा, स्पीडी ट्रायल करा कर दिलायेंगे सजा
पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित से पीड़ित परिजनों ने जिला परिषद अध्यक्ष सुभाष सिंह के साथ मिलकर अपनी पीड़ा को सुनाया. एसपी ने पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि पुलिस कांड की जांच कर रही है. दोषी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जायेंगे. केस में स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलायी जायेगी. इस केस की मॉनिटरिंग खुद कर रहे हैं.
दहेज के लिए प्लानिंग के तहत की गयी थी हत्या
सरेया वार्ड नंबर तीन के रहने वाले वीआईपी कोषाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद ने अपनी बेटी ज्योति की शादी 20 मई 2023 को महम्मदपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी वार्ड नंबर -1 के रहने वाले तथा परसौनी ग्राम पंचायत के मुखिया शंभु सहनी के पुत्र राजू सहनी के साथ की थी. शादी में अपनी औकात के मुताबिक उपहार भी दिया था. ज्योति को एक छह माह का पुत्र भी है. सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि उनकी पुत्री अपनी ससुराल में थी. बीच-बीच में कई बार ससुराल के लोगों के द्वारा उसे दहेज में कार की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जाता था.
दहेज के लिए हत्या करने का आरोप
दामाद के मछली के हेचरी खोलने के लिए पांच लाख रुपये की मांग कर रहे थे. इसे पूरा कर पाने में सुरेंद्र प्रसाद असमर्थ थे. कई बार ससुराल में जाकर परिजनों को समझा कर पुत्री को ठीक से रखने का आग्रह किया था. इस बीच गत चार जुलाई की सुबह 5:30 बजे सुरेंद्र प्रसाद के समधी शंभू सहनी ने कॉल कर बताया कि आपकी लड़की सुबह अपने कमरे में नहीं है. वह अपने पुत्र को छोड़ कर कहीं चली गयी है. हत्या पूरे प्लान के तहत की गयी थी.
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