बिहार में मछली पालन के लिए सरकार दे रही बंपर सब्सिडी, यहां से करें आवेदन…

Bihar News: बिहार में मछली पालन से किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते है. इसे बढ़ावा देने के लिए नीतीश कुमार की सरकार लगातार प्रयास कर रही है. सरकार की कोशिश रहती है कि किसान कृषि क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्र से भी जुड़कर बढ़िया मुनाफा कमाएं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2023 1:58 PM
feature

Bihar News: बिहार में मछली पालन से किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते है. इसे बढ़ावा देने के लिए नीतीश कुमार की सरकार लगातार प्रयास कर रही है. सरकार की कोशिश रहती है कि किसान कृषि क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्र से भी जुड़कर बढ़िया मुनाफा कमाएं. मछली पालन करके भी एक अच्छा भविष्य है. इस क्षेत्र में किसानों को आगे बढ़ाने के लिए कदम बढ़ाया जा रहा है.

व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी

गौरतलब है कि बिहार सरकार के जलाशय मात्स्यिकी विकास योजना के अंतर्गत मछली पालन के व्यापार को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है. इसी क्रम में बिहार सरकार किसानों को सब्सीडी दे रही है. साथ ही कई तरीके के ट्रेनिंग कार्यक्रम भी सरकार की ओर से चलाया जा रहा है. मछली पालन एक ऐसा क्षेत्र है, जहां बिहार सरकार की ओर से किसानों को 70 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है. सरकार ने मछली पालन के क्षेत्र में किसानों के बढ़िया भविष्य के लिए यह कदम उठाया है.

Also Read: सावधान! बिहार में बदल गया ‘कृषि चक्र’, बुआई की अवधि में बढ़ोतरी, उत्पादन में कमी, जानें क्या है कारण और उपाय
जलाशय मात्स्यिकी विकास योजना के तहत सब्सिडी

बिहार सरकार की पशु एवं मत्स्य संसाधन की ओर से सब्सिडी देने की घोषणा की गई है. बता दें कि मत्स्य अंगुलिका संचयन के प्रति हेक्टेयर में यूनिट की लागत 60,000 रूपए तय की गयी है. जलाशय का तीन लाख रूपए प्रति केज और जलाशय का दस लाख 50 हजार रुपए प्रति पेन तय है. इनपर सरकार की ओर से 70 प्रतिशत सब्सिडि दी जा रही है. इसके लिए बिहार पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की ओर से जलाशय मात्स्यिकी विकास योजना लाई जा रही है. सब्सिडी के लिए https://state.bihar.gov.in/ahd/CitizenHome.html पर आवेदन किया जा सकता है.

Published By: Sakshi Shiva

Also Read: बिहार में महादेव का ऐसा शिव लोक, जहां केवल छह महीने ही पूजा कर पाते हैं भक्त, जानें इस शिव धाम का अद्भुत रहस्य

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version