अपियरिंग कैंडिडेट नहीं दे पायेंगे परीक्षा
परीक्षा में बैठने के लिए वांछित योग्यता चाहे वह बीएड और डीएलएड जैसी प्रशिक्षण संबंधी योग्यता हो, स्नातक और पीजी जैसी योग्यता या सीटेट और एसटीइटी जैसी योग्यता अभ्यर्थी को 25 नवंबर तक उसे पूरा करना होगा जो फॉर्म सबमिट करने का अंतिम दिन है. उसी दिन तक निर्गत प्रमाणपत्र स्वीकार किये जायेंगे और अपियरिंग कैंडिडेट परीक्षा नहीं दे पायेंगे.
बदल गया टाइब्रेकर का नियम
प्रथम चरण की शिक्षक नियुक्ति में समान अंक आने की स्थिति में पहले आवेदकों के उम्र पर विचार किया गया था और उसके समान होने की स्थिति में अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार नाम को वरीयता दी गयी थी लेकिन इस बार टाई होने पर पहले भाग तीन में विषय वाले प्रश्नों में आये अंक को पैमाना बनाया जायेगा. विषय में समान अंक होने की स्थिति में भाग एक के क्वालिफाइंग वाले हिस्से में आये अंक को आधार बनाया जायेगा और उसमें अधिक अंक लाने वालों का चयन होगा.
फॉर्म सबमिट कर देने के बाद नहीं मिलेगा सुधार का मौका
फॉर्म सबमिट करने से पहले आवेदक उसमें गलत भरे सूचनाओं को सुधार सकते हैं लेकिन देने के बाद आवेदकों को सुधार का मौका नहीं मिलेगा. ऐसे में आवेदकों को फिर से नया रजिस्ट्रेशन कर नये सिरे से शुल्क का भुगतान कर फॉर्म भरना होगा.
प्रश्न हल करने को मिलेंगे 2.5 घंटे
प्रश्नों की कुल संख्या को 120 से बढ़ाकर 150 करने के कारण परीक्षा की अवधि को भी बढ़ा दिया गया है. अब इसके लिए दो घंटे की बजाय 2 घंटे 30 मिनट का समय दिया जायेगा.
सब्जेक्ट कांबिनेशन का कॉलम नहीं होगा भरना
दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति में सब्जेक्ट कांबिनेशन को छात्राें को भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि उन्होंने अपने आवेदन में जिस सब्जेक्ट कांबिनेशन को भरा है वह अपने आप सिस्टम के द्वारा ले ली जायेगी. अभ्यर्थी को प्रश्न पुस्तिका श्रृंखला में उसी सब्जेक्ट कांबिनेशन को चुनना होगा जिसे फाॅर्म में भरा है. सुविधा के लिए एडमिट कार्ड पर भी सब्जेक्ट कांबिनेशन प्रिंट होगा. भाषा के पत्रों के विषय कोड के साथ भी ऐसा ही व्यवस्था होगी.