बता दें कि अन्य देशों से भी लौटे और उनमें कोरोना के लक्षण हैं, तो वे भी इसी श्रेणी में आयेंगे. दूसरी श्रेणी के वैसे यात्री होंगे, जो इन देशों से आये जरूर हैं, लेकिन उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं है और उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और बीपी, शूगर या दमा के मरीज हैं तो उन्हें एहतियात के तौर पर होटल पाटलिपुत्र अशोक में बनाये गये क्वारंटीन सेंटर में रखा जायेगा. तीसरी श्रेणी में ऐसे लोग होंगे, जिनकी उम्र 60 साल से कम है और कोरोना का कोई लक्षण नहीं है, उन्हें घर जाने दिया जायेगा. लेकिन वे 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहेंगे. इन्हें संबंधित जिले के डॉक्टर रोजाना फोन कर हालचाल पूछेंगे. उन्होंने कहा कि पटना एयरपोर्ट पर विदेशों से आने वाले हर यात्री को चिह्नित किया जा रहा है और उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है. लोगों को अनावश्यक रूप से डरने की जरूरत नहीं है.
पूरे बिहार में बसों को किया जा रहा सैनिटाइज
परिवहन सचिव संजय अग्रवाल के निर्देश पर बुधवार को पूरे बिहार में बसों को सैनिटाइज किया गया. बस ऑपरेटर द्वारा उनकी साफ सफाई की गयी एवं संक्रमण से बचाव के लिए सीट, हैंडल, छत आदि जगहों पर सेनिटाइजर का छिड़काव किया गया. इसके साथ ही बस से सफर करने वाले यात्रियों को भी सैनिटाइज करने की कार्रवाई की गयी. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये सभी जिलों में जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा बस मालिक, ऑटो चालक एवं ऑपरेटर के साथ बैठक की गयी. बैठक के बाद बसों को सैनीटाइज कराना सुनिश्चित कराया गया. प्रत्येक बस ऑपरेटर को अपना तथा यात्रियों के हाथ की सफाई स्प्रे से करने को कहा गया है. लोगो की जागरूकता के लिए बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड के साथ बसों में जिंगल का प्रसारण किया जाएगा एवं कोरोना वायरस से बचाव से संबंधित स्टिकर बसों में लगाया जा रहा है.