शेखपुरा/बरबीघा/अरियरी. जिले में बृहस्पतिवार की शाम हुई मुसलाधार बारिश के बीच आसमानी ठनका गिरने से एक नानी-नाती सहित अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की जान चली गई. इसमें अरियरी प्रखंड के हुसैनाबाद गांव निवासी 55 बर्षीय महिला कविया देवी और उसके 15 बर्षीय नाती गुलाब यादव की मौत हो गई. दोनों गांव के बधार में काम कर रहे थे. वहीं, दूसरी घटना बरबीघा के कुटोत गांव में घटी. जहां ठनका गिरने से 60 वर्षीय मुन्ना सिंह की मौत हो गई. वह गुरुवार को खेत में भैंस चरा रहे थे, तभी वह ठनका की चपेट में आ गए. इधर, तीसरी घटना अरियरी प्रखंड के दाउदपुर इटावा गांव में घटी. जहां 42 बर्षीय अनिल यादव की मौत हो गई.वह मवेशी चरा कर बधार से लौट रहा था.तभी ठनका गिरने से उसकी चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. जबकि, चौथी घटना बरबीघा के नारायणपुर मुहल्ले में हुई जहां ठनका गिरने से एक भैंस की मौत हो गई. मवेशी बधार में चर रहा था. तभी ठनका गिरने से उसकी मौत हो गई. यह भैंस उपेन्द्र पासवान का बताया गया है.इस पूरे घटना पर क्रम पर नजर दौड़ाई जाए तो हुसैनाबाद स्थित बधार में घटित घटना के दौरान 55 वर्षीय कविया देवी अपने नाती गुलाब यादव के साथ खेतों में काम कर रही थी. इसी बीच मूसलाधार बारिश शुरू हो गई और इस दौरान वज्रपात भी हुआ .इसी वज्रपात की चपेट में यह दोनों आ गए और खेतों में ही बेसुध होकर गिर पड़े. बताया जाता है कि ग्रामीण जब तक वहां पहुंचे तब तक काफी देर हो चुकी थी. हालांकि गुलाब यादव के जीवित होने की संभावना को लेकर ग्रामीण उसे लेकर शेखपुरा स्थित निजी अस्पताल पहुंचे परंतु वहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जबकि कविया देवी की मौत पहले ही हो चुकी थी. वहीं अरियरी प्रखंड के ही दाउदपुर इटावा की घटना में अनिल यादव मवेशी लेकर खेतों से लौट रहे थे, तभी बारिश शुरू हो गई और ठनका गिरने के दौरान वह उसकी चपेट में आ गए. इस घटना के दौरान वह खेतों में ही बेसुध होकर गिर पड़े .जब तक ग्रामीण उनकी मदद के लिए पहुंचते तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. वही एक घटना में बरबीघा के कूटॉत गांव में 60 वर्षीय मुन्ना सिंह भी ठनका की चपेट में आ गए. जानकारी के मुताबिक वे प्रतिदिन की भांति भैंस को लेकर खेतों की तरफ गए हुए थे. इसी दौरान गुरुवार की संध्या अचानक तेज बारिश होने लगी. भैंसों को लेकर वापस घर लौट ही रहे थे कि अचानक उनके ऊपर वज्रपात हो गया. इसके बाद वह खेतों में ही अचेत होकर गिर पड़े.हालांकि आसपास मौजूद अन्य भैंस चराने वाले लोगों की नजर उन पर पड़ी. लोगों की सहायता से तुरंत उन्हें रेफरल अस्पताल बरबीघा ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया. जानकारी मिलते ही बरबीघा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शेखपुरा सदर अस्पताल भेज दिया है.इन अलग-अलग घटनाओं को लेकर पीड़ित परिजनों का रो-रो कर हाल बुरा है.गौतलब हो की बुधवार को भी जिले के लोदीपुर गांव में भैंस चराने के दौरान ही एक किसान के ऊपर वज्रपात होने से उसकी मौत हो गई थी
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