बिहारशरीफ. जिले के थरथरी, हिलसा एवं कराय परशुराय प्रखंडों में बिजली आपूर्ति में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए मंगलवार को जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में अधीक्षण अभियंता ने बताया कि इन क्षेत्रों में अचानक कृषि लोड बढ़ने के कारण बिजली की समस्या उत्पन्न हो गयी थी. जिलाधिकारी के निर्देश पर विद्युत आपूर्ति को दुरुस्त करने के लिए कई त्वरित कदम उठाए गए हैं. बेलछी विद्युत उपकेंद्र को हरनौत ग्रिड के चेरन फीडर से हटाकर अस्थावां ग्रिड के बिंद फीडर से जोड़ा गया. सरमेरा उपकेंद्र का लोड बिंद फीडर से हटाकर शेखपुरा के तोयगढ़ फीडर पर स्थानांतरित किया गया. रहुई उपकेंद्र के एक ट्रांसफार्मर का भार बड़ी पहाड़ी ग्रिड के सोहसराय फीडर पर भेजा गया. बख्तियारपुर उपकेंद्र के एक ट्रांसफार्मर का लोड बाढ़ उपकेंद्र पर ट्रांसफर किया गया. चिकसौरा और तेल्हारा उपकेंद्रों को अतिरिक्त 33 केवी फीडर से जोड़ते हुए 14 जुलाई को विद्युत आपूर्ति बहाल की गयी. हिलसा एवं मकरौता उपकेंद्रों को भी अतिरिक्त 33 केवी फीडर से जोड़कर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की गयी. इन कार्यों के पश्चात हरनौत एवं एकंगरसराय ग्रिड से अतिरिक्त बिजली आपूर्ति की जा रही है, जिससे थरथरी, कराय परशुराय और हिलसा प्रखंडों की विद्युत समस्या का समाधान हो गया है. इसके अलावा, बड़ी पहाड़ी ग्रिड में उपलब्ध 100 एमवीए अतिरिक्त पावर को निकालने के लिए बड़ी पहाड़ी से सोहसराय तक करीब 6 किलोमीटर की अंडरग्राउंड केबल लाइन बिछाई जायेगी. इससे न केवल बिहारशरीफ, बल्कि रहुई के उपभोक्ताओं को भी बेहतर और स्थायी विद्युत आपूर्ति मिलेगी. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भविष्य में विद्युत बाधा की स्थिति में आम नागरिकों को इसकी सूचना सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से पहले से दी जाये, ताकि लोग समय रहते सतर्क हो सकें.
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