बिहारशरीफ. नालंदा जिले में विशेष संक्षिप्त मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान तेजी से चल रहा है. प्रभात खबर टीम ने मंगलवार को विशेष संक्षिप्त मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को आंखों देखी स्थिति बताने का प्रयाय किया. अधिकतर मतदाताओं की शिकायत है कि उन्होंने बीएलओ को उम्र व अन्य मतदाता से संबंधित कागजात दे रहे हैं, लेकिन इसके बदले में बीएलओ पावती विवरण नहीं दे रहे हैं. जिले के बिहारशरीफ, हिलसा, राजगीर, इस्लामपुर, नगरनौसा, सिलाव व परवलपुर सहित सभी प्रखंडों में बीएलओ घर-घर जाकर दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं. हालांकि मंगलवार को बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बीएलओ की सक्रियता पर असर पड़ा. बीएलओ द्वारा नए मतदाताओं के लिए फॉर्म-6, नाम विलोपन के लिये फॉर्म-7 और संशोधन के लिए फॉर्म-8 लिए जा रहे हैं. दस्तावेज़ के तौर पर आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, विद्यालय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, फोटो आदि लिये जा रहे हैं. कई बीएलओ पैन कार्ड और राशन कार्ड को भी मान्य मान रहे हैं. हालांकि दस्तावेज़ जमा करने के बाद अधिकतर स्थानों पर पावती नहीं दी जा रही है, जिससे मतदाता असमंजस में हैं. अधिकतर क्षेत्रों में फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया जा रहा है. इस्लामपुर के लोदीपुर पंचायत में बीएलओ ने वृद्ध मतदाता की पुष्टि पड़ोसियों से कर दस्तावेज सत्यापित किये. वहीं, दिव्यांग मतदाताओं को सहायता की आवश्यकता महसूस की गयी. कई राजनीतिक दलों के बूथ एजेंट भी सक्रिय हैं. वे फर्जी या दोहरे नामांकन पर नजर बनाए हुए हैं और बीएलओ को आपत्तियां भी दे रहे हैं. कई बीएलओ ने बताया कि सही जानकारी जुटाने में एजेंट सहयोग कर रहे हैं. युवाओं में नाम जुड़वाने का उत्साह दिखा, वहीं कई महिलाओं ने भी पहली बार आवेदन किया है. बारिश व तकनीकी चुनौतियों के बावजूद बीएलओ फील्ड में डटे हुए हैं. सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं को सत्यापन में बीएलओ को परेशानी हो रही है. क्योंकि अधिकांश ग्रामीण वोटर बाहर में रहते हैं. करीब 10 से 12 प्रतिशत ग्रामीण के घरों में ताला बंद है. ऐसे घरों के पड़ोसी के सहारे बीएलओ मतदाता का सत्यपान करने का प्रयास कर रहे हैं. जिले में मतदाता सत्यापन के दौरान नहीं मिल रही पावती जिले में चल रहे विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के तहत बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं से दस्तावेज लिए जा रहे हैं, लेकिन कागजात जमा करने के बाद भी अधिकांश स्थानों पर वोटरों को किसी तरह की पावती नहीं दी जा रही है. इससे मतदाता असहज महसूस कर रहे हैं, वहीं बीएलओ भी स्पष्ट जानकारी देने से दूर नजर आ रहे हैं. मंगलवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों में जब इस मुद्दे पर बीएलओ से बात की गई, तो कोई भी इस पर स्पष्ट उत्तर नहीं दे सके. नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ बीएलओ ने बताया कि उन्हें ट्रेनिंग के दौरान सिर्फ मौखिक रूप से निर्देश दिए गए हैं, लेकिन कोई लिखित नियमावली नहीं सौंपी गयी. ऐसे में उन्हें यह भी नहीं बताया गया कि दस्तावेज लेने के बाद पावती कैसे और किस फॉर्मेट में दी जानी है. एक बीएलओ ने कहा कि हमलोग फॉर्म ले रहे हैं, आधार व अन्य कागजात भी जमा हो रहे हैं, लेकिन पावती देने की कोई प्रक्रिया हमारे पास नहीं है. ट्रेनिंग में इसका जिक्र भी नहीं किया गया. इस संबंध में जब जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी कुंदन कुमार से जानकारी लेने के लिए उनके मोबाइल पर कॉल किया गया, तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया. बिना पावती के दस्तावेज जमा करने को लेकर मतदाता चिंतित हैं कि अगर किसी कारणवश उनका नाम सूची में नहीं जुड़ा, तो उनके पास कोई प्रमाण नहीं रहेगा. अब यह देखना होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या निर्देश जारी करता है, ताकि मतदाताओं की शंका दूर हो और पुनरीक्षण कार्य में पारदर्शिता बनी रहे. टोल फ्री नंबर पर रोजाना दर्ज हो रहीं 50 से अधिक शिकायतें जिले के सातों विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सत्यापन अभियान जारी है, जिसकी अंतिम तिथि 25 जुलाई है. लेकिन बीएलओ की अनियमितता और लापरवाही के चलते लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. टोल फ्री नंबर 06112-1950 पर हर दिन 50 से अधिक शिकायतें दर्ज हो रही हैं. मतदाताओं का कहना है कि कई जगह बीएलओ घर तक नहीं पहुंच रहे और जहां पहुंच रहे हैं, वहां अधूरी जानकारी व मनमानी दलीलों के चलते फॉर्म नहीं भर रहे. ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट फोन और इंटरनेट की कमी के कारण लोग स्वयं ऑनलाइन सत्यापन भी नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में मतदाता सूची से नाम कटने का डर बना है. हाल ही में दस्तावेजों में पारिवारिक सूची और खेसरा मानचित्र को जोड़ा गया है, लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट नहीं किया कि ये दस्तावेज किस स्तर से निर्गत होने चाहिए. 25 जुलाई से पहले सत्यापन अवश्य कराएं मतदाता का सत्यापन सहज, सरल और पारदर्शिता से हो, इसके लिए लगातार निगरानी की जा रही है. मतदाताओं की हर समस्याओं के समाधान के लिए टॉल फ्री नंबर 06112-1950 पर संपर्क कर सकते हैं. यह नंबर सुबह सात बजे से संध्या पांच बजे तक कार्यरत चालू रहता है़ किसी भी समस्या के लिए टोल फ्री नंबर या एसडीओ से संपर्क करें, समाधान जरूर मिलेगा. सभी से अपील है कि 25 जुलाई से पहले सत्यापन अवश्य कराएं. अवधेश कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी, नालंदा
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