बिहारशरीफ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता अनिल सिंह का रविवार को निधन हो गया. वे 64 वर्ष के थे. उनके निधन से पूरे नालंदा जिले में शोक की लहर दौड़ गई है. पार्टी और सामाजिक क्षेत्र ने इसे एक अपूरणीय क्षति बताया है. जानकारी के अनुसार, अनिल सिंह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में उनका इलाज चल रहा था. बताया गया कि उनके अंदरूनी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके चलते रविवार दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली. जदयू प्रखंड अध्यक्ष रविकांत कुमार ने बताया कि अनिल सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन के प्रारंभिक दौर से ही उनके बेहद विश्वस्त सहयोगी रहे हैं. हरनौत विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने में उनकी विशेष भूमिका रही. वे न सिर्फ पार्टी में एक मज़बूत स्तंभ थे, बल्कि समाज में भी अपने मृदु भाषी, सजग और सेवा-भावी व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे. उनके निधन की खबर फैलते ही नालंदा सहित पूरे प्रदेश से नेताओं व आम लोगों ने गहरी संवेदना प्रकट की. नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. वहीं, विधायक हरिनारायण सिंह, डॉ उपेंद्र कुमार सिन्हा, रविकांत कुमार, चंद्रउदय कुमार, योगेंद्र सिंह, प्रो. धनंजय कुमार, रामप्रवेश सिंह, विजय सिंह, शैलेन्द्र सिंह सहित कई नेताओं ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि अनिल सिंह का निधन केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि संघर्षशील राजनीति और समाज सेवा के एक युग का अंत है. उन्होंने हरनौत और नालंदा में जो सामाजिक-संगठनात्मक पहचान बनाई थी, वह हमेशा लोगों को प्रेरित करती रहेगी. अनिल सिंह अपनी सादगी, अनुशासन और जनसेवा की भावना के कारण समाज में एक विशिष्ट पहचान रखते थे. उनके निधन से न केवल पार्टी कार्यकर्ता, बल्कि आम जनता भी गहरे शोक में डूबी हुई है. उनके अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए और नम आंखों से अंतिम विदाई दी.
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