शेखपुरा. चेवाड़ा के चकंदरा पहाड़ में पत्थर उत्खनन कार्य को सुचारू रूप से संचालित किए जाने को लेकर पहाड़ की घेराबंदी का कार्य शुरू किया गया. इस मौके पर इंस्पेक्टर राजीव कुमार,चेवाड़ा थानाध्यक्ष देवकुमार की मौजूदगी में कई थानों की पुलिस मौजूद थी. हालांकि, इस दौरान पहाड़ से सटे मकान में रह रहे कुछ परिवार के लोगों ने पत्थर उत्खनन कंपनी के द्वारा कराए जा रहे घेराबंदी का विरोधी किया. लेकिन, बड़ी मात्रा में पुलिस की तैनाती किए जाने के कारण उनकी एक नहीं चली. इस संबंध में मिली जानकारी में बताया गया कि चकंदरा पहाड़ में नटराज स्टोन कंपनी पत्थर उत्खनन का कार्य करती है. इसी पहाड़ से सटे कई परिवारों का मकान भी बना हुआ है. पत्थर उत्खनन के दौरान होने वाले विस्फोट से पत्थर के टुकड़े उड़कर उन घरों पर गिरने जैसी घटनाएं होती रहती है. जिसका इन लोगों के द्वारा विरोध किया जाता रहा है. रविवार को कंपनी ने पहाड़ से निर्मित इन मकानों से 20 फीट की दूरी रखते हुए पहाड़ पर टीना के चदरे से पहाड़ की घेराबंदी शुरू कर दी है. वही, इस घेराबंदी का विरोध कर रहे कुछ परिवारों का कहना है कि कंपनी के द्वारा पत्थर उत्खनन के दौरान होने वाले कंपन से मकान के दीवारों में दरार आ जाती है. इसके साथ पत्थर का टुकड़ा भी घरों पर गिरता रहता है जिससे हमेशा जान माल के नुकसान का खतरा बना रहता है. इस क्षति को लेकर पत्थर उत्खनन में लगी कंपनी के द्वारा कुछ परिवारों को मुआवजा के तौर पर राशि मुहैया कराई गई है. जबकि, कुछ परिवारों को कोई राशि नहीं दी गई है. जिन परिवारों को राशि नहीं मिली है. वह परिवार मुआवजा की राशि मुहैया कराने की मांग कर रहे हैं. इसी को लेकर घेराबंदी पर विरोध जता रहे हैं.उनका कहना है कि घेराबंदी हो जाने के बाद कम्पनी मुआवजा की राशि नहीं देगी.
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