राजगीर. शहर के अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार विस्तार हो रहा है. यह जनहित के लिए एक सराहनीय पहल है. अस्पताल में डिजिटल एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जैसी आधुनिक सुविधाओं के बाद अब इसीजी की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है. यह व्यवस्था स्थानीय मरीजों को हृदय संबंधी बीमारियों की पहचान और समय पर इलाज में सहूलियत प्रदान कर सकती है. लेकिन इन सुविधाओं का समुचित लाभ आम जनता और मरीजों को तभी मिलेगा, जब इन्हें संचालित करने के लिए प्रशिक्षित और योग्य चिकित्सक अथवा तकनीशियन की तैनाती भी सुनिश्चित की जायेगी. वर्तमान स्थिति यह है कि इन आधुनिक उपकरणों को चलाने के लिए अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक अथवा तकनीशियन की नियुक्ति नहीं की गयी है. इस वजह से इसीजी, अल्ट्रासाउंड या डिजिटल एक्सरे की जांच अकुशल कर्मियों के द्वारा की जा रही है. इससे जांच रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लग जाता है. गलत रिपोर्ट के आधार पर इलाज की दिशा गलत हो सकती है. इससे मरीज की जान को भी खतरा हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा नामित रोगी कल्याण समिति के वरीय सदस्य अरुण कुमार उर्फ बिगुल सिंह, वरीय वार्ड पार्षद डॉ अनिल कुमार, श्यामनारायण प्रसाद एवं अन्य ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपकरण उपलब्ध कराना एक महत्वपूर्ण पहल है, लेकिन यह अधूरा कार्य तबतक है. जबतक इनके संचालन हेतु प्रशिक्षित मानव संसाधन की व्यवस्था नहीं हो जाता है. उन्होंने कहा कि आवश्यकता है कि राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग इन उपकरणों के साथ-साथ इन्हें संचालित करने के लिए योग्य डॉक्टरों अथवा तकनीशियनों की तैनाती सुनिश्चित करे ताकि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके. अस्पताल की विश्वसनीयता भी बनी रहे. स्वास्थ्य सेवाओं के मानकीकरण के लिए यह अत्यंत आवश्यक कदम है.
संबंधित खबर
और खबरें