हिलसा अनुमंडल के तीन प्रखंड हिलसा एकंगरसराय एवं करायपरसुराय के पश्चिमी क्षेत्र हमेशा लोकायन नदी के बाढ़ से प्रभावित होते हैं,
By SANTOSH KUMAR SINGH | July 28, 2025 9:26 PM
हिलसा़ हिलसा अनुमंडल के तीन प्रखंड हिलसा एकंगरसराय एवं करायपरसुराय के पश्चिमी क्षेत्र हमेशा लोकायन नदी के बाढ़ से प्रभावित होते हैं, वही इस्लामपुर प्रखंड का पूर्वी क्षेत्र, एकंगरसराय प्रखंड का पूर्वी क्षेत्र, हिलसा प्रखंड का पूर्वी क्षेत्र, नगरनौसा प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र, परवलपुर एवं थरथरी प्रखंड का संपूर्ण क्षेत्र सुखा के चपेट में रहता है. इसका मुख्य कारण जहानाबाद क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव के समीप फल्गु नदी से निकलने वाली मुहाने नदी का कई दशक से मुंह बंद होना है. इन दोनों समस्याओं का स्थाई समाधान मुहाने नदी के उद्गम स्थल पर मुंह को खोल देने से मात्र हो सकता है, इसके लिए हिलसा के किसान नदी के मुंह खोलने की लंबे समय से मांग कर रहा है, पदाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक यहां के लोग मिल चुके हैं, लेकिन किसानों के लिए हितकारी मांग को प्रशासन ने खारिज कर दिया. फल्गु की शाखा लोकयन नदी में बीते 19 जून एवं 16 जूलाई को बाढ़ का पानी आया जिसके कारण एकंगरसराय, हिलसा, करायपरसुराय व नगरनौसा प्रखंड प्रभावित हुआ है,बीते 19 जून को लोकायन नदी में बाढ़ का पानी आने से एकंगरसराय प्रखंड के कोरथू, बेलदारीबिगहा, एवं केशोपुर,हिलसा प्रखंड के धुरी बिगहा व आंकोपुर, करायपरसुराय प्रखंड के कमरथू गांव के पास मुख्य रूप से तटबंध टूटा है, जिसका प्रभाव यह था कि कई गांव में बाढ़ का पानी जलमग्न हो गया था, इसके अलावा जगह जगह पर छोटे-छोटे तटबंध भी टूटे हैं, हसनपुर गांव के पास मछली तालाब के पास तीन स्थानों पर,कोणीयापर, मुर्गिया चक, बडकी घोषी समेत कई स्थानों पर भी तटबंध टूटा था. करायपरसुराय प्रखंड के कमरथू गांव के पास लोकायन नदी के टूटे हुए तटबंध का मरम्मती कार्य काफी धीमी गति से होने तथा मिट्टी से भरे बैग की जगह बालू से भरा बैग दिये जाने को लेकर नाराज दर्जनों ग्रामीणों ने उक्त स्थल पर पहुंचकर जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध किया तथा कार्य को बंद करा दिया,कमरथू गांव के निकट लोकाईन नदी का तटबंध लगभग 65 फीट टूट गया था,इससे मकरौता पंचायत के कमरथू,मुसाढ़ी, फतेहपुर, रूपसपुर, सदरपुर मकरौता ,दिरीपर समेत अन्य क्षेत्र के खंधा में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था,पीड़ित किसानों ने कहा कि बाढ़ के कारण खेतों में लगाए गए गर्मा धान तथा मक्का का फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया,आर्थिक रूप से उन लोगों को काफी क्षति उठानी पड़ी है,बाढ़ का पानी निकालने के बाद लगभग एक सप्ताह से कमरथू गांव के निकट टूटे हुए लोकाईन नदी के तटबंध के मरम्मती का कार्य जल संसाधन विभाग के द्वारा कराया जा रहा है,यह कार्य काफी धीमी गति से चल रही है तथा इसमें मिट्टी से भरे बैग की जगह बालू से भरा बैग दिया जा रहा है जिससे तटबंध के कमजोर होने की संभावना
हिलसा प्रखंड के धुरी बीघा एक ही स्थान पर चौथी बार तटबंध टूटा है, जिसको लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है मुखिया प्रतिनिधि तरुण रजक ने बताया कि लाखों रुपया खर्च कर तटबंध का निर्माण कराया जा रहा था लेकिन समय से पूरा नहीं हुआ मिट्टी के जगह पर बालू का बैग के कारण यह समस्या हुआ, खेतों में लगे हुए बाढ़ का पानी आया था तो खेत में लगा हुआ गर्माधान, धान का पिछड़ा, एवं अन्य फसल नष्ट हो गया था, बाढ़ का जलस्तर समाप्त होने के बाद किसी तरह दूसरे स्थान से धान का मोरी लाकर खेतों में रुपए हम लोग करने का काम किया लेकिन बाढ़ के पानी के कारण खेतों में लगे हुए घान बर्बाद हो गया है. किसानों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन के द्वारा कोरामा पंचायत के राजस्व गांव कोरामा गांव का ही निरीक्षण कर उसी के अनुसार अपनी जानकारी देते हैं जबकि पंचायत के निचले हिस्से में बसा हसनपुर गांव बाढ़ के पानी से हमेशा फसल एवं घरों में पानी प्रवेश करता है तो छती पहुंची है लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला. हसनपुर गांव के ग्रामीणों ने बीते 19 जुलाई को अनुमंडल पदाधिकारी अमित कुमार पटेल एवं जिला परिषद प्रतिनिधि संजय कुमार को आवेदन देकर तटबंध मरम्मत एवं मुआवजा की मांग भी किया था.
करायपरसुराय प्रखंड के चौकी हुरारी, हाथला चौरासी, बिचली हुहारी,चौरासी, रसलपुर,ग्वलविगहा, सतरजाबांग,गुलडिया विगहा, इत्यादि हिलसा प्रखंड के हसनपुर, मड़वा, फिरोजपुर, मराची, बाजितपुर, बनवारा, बेलदारी बिगहा, रसलपुर, अलीपुर एवं वंशी विगहा के उतर खन्धा मे खेतों में बाढ़ का पानी मौजूद है. चौरासी गांव के आधा दर्जन घरों में बाढ़ का पानी अभी भी प्रवेश किए हुए हैं, जबकि रसलपुर गांव में सैकड़ो घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश किए हुए हैं प्रशासन के द्वारा तीन दिन ही भोजन की व्यवस्था एवं पशूओं का चारा का अवस्था किया गया है, बाढपिडतो के लिए गांव में एंबुलेंस जारी है जिसका सरकार के द्वारा प्राथमिक उपचार किया जा रहा.नगरनौसा प्रखंड के अतीयारपुर नवीचक, नूरीचक इत्यादि गांवों के खन्धा मे बाढ का पानी प्रवेश है कर गया है
तटबंध टूटा हुआ
हिलसा प्रखंड के धुरी बिगहा व करायपरसुराय प्रखंड के गुलरियां विगहा गांव के पास तटबंध टूटा हुआ है, धुरी बिगहा गांव में चौथी बार एवं गुलरियां विगहा गांव दूसरी बार ततबंध टूटा है, इसके अलावा हाल ही में चौरासी गांव के पास 12 फीट का ट्रैक्टर टूटा था जिसे आरीयों के द्वारा मरम्मत किया गया, हिलसा प्रखंड के कावां पंचायत के लक्ष्मी विगहा गांव के पास तटबंध टूटा है जिसके कारण दो पंचायत प्रभावित हो गया है,इसके अलावा टूटा हुआ तटबंध हसनपुर गांव के मछली तालाब के दक्षिण सात स्थानहैं.,चौरासी, हथीला, बीचली हुरारी, सिरहन्टा, चौकी हुरारी, जोकटा खन्धा, निरपुर इत्यादि जगहों पर ततबंध टूटा हुआ है, फिरोजपुर मराची के पास, अल्लीपुर गांव के ग्रामीणों का कहना है कि गांव से पश्चिम दिशा में जाने वाली तटबंध पर छह जगहों पर करीब 3 सालों से तटबंध टूटा हुआ है लेकिन अब तक कोई मरम्मत करने के लिए कोई पहल नहीं किया गया.
तटबंध की मरम्मत नहीं हुआ तो होगा आंदोलन
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