पटना. जदयू व भाजपा का गठबंधन टूटने के बादबिहार विधानसभा में भाजपा अब अकेले रह गयी है. दो दशक में ऐसा पहली बार होगा कि उसका कोई सहयोगी नहीं होगा. विधानसभा में उसके 77 सदस्य हैं. जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने भी नीतीश को समर्थन का एलान किया है. वैसे लोजपा (राम विलास) के नेता चिराग पासवान भाजपा के समर्थन में उतरे. रालोजपा के नेता पशुपति कुमार पारस ने स्पष्ट किया कि वह एनडीए के साथ हैं, लेकिन विधानसभा में इन दोनों की मौजूदगी शून्य है. ऐसे में विधानसभा के अंदर विपक्ष के रूप में भाजपा अकेली पार्टी होगी.
संबंधित खबर
और खबरें