
ब्रह्मपुर
. सावन माह की पहली सोमवारी पर रात के दो बजे बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा में अनुमंडलाधिकारी राकेश कुमार, बीडीओ सोनू कुमार, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी शम्भू शरण व कार्यपालक पदाधिकारी सत्येन्द्र प्रसाद बर्मा मौजूद दिखे, लेकिन एन एच 922 से लेकर प्रखंड कार्यालय, बैरियर व ड्राप गेट सहित अन्य जगहों पर पुलिस के जवान तो पूरी तरह से मुस्तैद थे. लेकिन इन सब जगहों पर एक भी मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्त किए अधिकारी नहीं दिखे. फिर पुलिस के जवान रात के दो बजे पूरी इमानदारी से अपनी ड्यूटी पर चौकस थे. रात को महिला पुलिस भी कई जगह पर मुस्तैद थी तो वहीं महिला मजिस्ट्रेट नदारद थी. चिकित्सकों की टीम को भी दवा और एंबुलेंस के साथ रहने का आदेश दिया गया था. इन सारे आदेश का उल्लंघन करते हुए एम्बुलेंस व चिकित्सक अपनी मौजूदगी दर्ज नहीं कराई थी. अग्निशामक विभाग भी के कर्मी भी मध्य रात्रि तक कहीं नहीं दिखें. नियंत्रण कक्ष की खाली कुर्सियां सरोवर में नहीं दिखें गोताखोरमंदिर के पश्चिम भाग में बने नियंत्रण कक्ष में एसडीओ खुद आधी रात को मंदिर में आकर सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए थे. तो वहीं थाना रोड में सरोवर के किनारे बने नियंत्रण कक्ष में कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं थे व सारी कुर्सियां खाली पड़ी थी. सरोवर में स्नान करने आये श्रद्धालुओं की सुरक्षा में लगे गोताखोर व मजिस्ट्रेटों की उपस्थिति भी नहीं दिखाई दी. भले कोई अनहोनी नहीं हुई व श्रद्धालुओं के सुरक्षा में लगे मजिस्ट्रेट रात के समय कहीं नहीं दिखें मगर सुबह होते होते सभी ने अपनी जगह उपस्थिति दर्ज करा दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है