Bihar News: बिहार के पूर्वी चंपारण के चिरैया थाना क्षेत्र अंतर्गत मीरपुर पंचायत के वार्ड नंबर 5 से एक ऐसी सच्ची घटना सामने आई है, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं. जमदार महतो (70) और उनकी पत्नी राजपति देवी (60) ने विवाह के बाद जीवनभर साथ जीने-मरने का जो वादा किया था, उसे अंतिम सांस तक निभा दिया. पति के निधन के ठीक पांच मिनट बाद पत्नी ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया.
सुबह हुई अनहोनी, बेटे की गोद में तोड़ा दम
घटना की शुरुआत तड़के सुबह करीब चार बजे हुई. इकलौते पुत्र नवल किशोर ने बताया कि पूरे परिवार की नींद एकाएक टूट गई थी. उन्होंने देखा कि उनके बाबूजी को हिचकियां आ रही हैं. जैसे ही उन्होंने पिता का सिर अपनी गोद में रखा, उनकी सांसें थम गईं. पास ही खड़ी मां राजपति देवी यह दृश्य देख रही थीं. बेटे ने मां को पिता की मृत्यु की बात नहीं बताई, लेकिन मां ने खुद ही उनके जाने का आभास कर लिया. वह यह आघात सह नहीं सकीं और कुछ ही मिनटों में उन्होंने भी प्राण त्याग दिए.
एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार, गांव में पसरा मातम
इस मर्मस्पर्शी घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई. नवल किशोर ने अपने माता-पिता का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया, जिसे देख सैकड़ों ग्रामीण रो पड़े. गांव वालों ने इस दंपती की प्रेम की मिसाल को नमन किया. मीरपुर पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि चितरंजन कुमार ने कहा कि जहां आज रिश्तों को कलंकित करने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं, वहीं इस बुजुर्ग दंपती ने प्रेम और समर्पण की मिसाल पेश की है.
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गांव में बनी चर्चा का विषय, प्रेम की मिसाल छोड़ गए जमदार-राजपति
स्थानीय लोग इस दंपती की कहानी को ‘अमर प्रेम’ का उदाहरण मान रहे हैं. गांव में हर चौक-चौराहे पर लोग उनकी जोड़ी और अंतिम विदाई की चर्चा कर रहे हैं. यह घटना रिश्तों की ताकत, सच्चे प्रेम और समर्पण की वह तस्वीर है, जिसे सुनकर हर कोई भावुक हो जाए.