Bihar Police: बिहार के पूर्वी चंपारण मोतिहारी के कोटवा थाना क्षेत्र में होटल व्यवसायी के पिता उपेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस सनसनीखेज वारदात ने पूरे जिले में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए. लेकिन पूर्वी चंपारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तेज कार्रवाई की है. उन्होंने कोटवा थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार और चौकीदार भरत राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ कि जिस रात यह हत्या हुई, उस समय हरेंद्र कुमार गश्ती ड्यूटी पर थे, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया. SP ने कहा कि अब गश्ती ड्यूटी का मतलब सिर्फ दिखावा नहीं होगा. जो पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान मोबाइल में व्यस्त या वर्दी में लापरवाह पाए जाएंगे, उन पर सीधी कार्रवाई की जाएगी.
सूचना तंत्र पूरी तरह फेल, चौकीदार भी बर्खास्त
इस हत्याकांड में न सिर्फ गश्ती में चूक हुई, बल्कि स्थानीय स्तर पर सूचना संकलन की व्यवस्था भी पूरी तरह फेल साबित हुई. चौकीदार भरत राय को इस लापरवाही का जिम्मेदार मानते हुए निलंबित किया गया है. एसपी ने दो टूक कहा कि स्थानीय अपराधियों की गतिविधियों की सूचना जुटाना और समय पर अफसरों तक पहुंचाना पुलिस तंत्र की बुनियादी जिम्मेदारी है, जिसे कोटवा थाना में गंभीरता से नहीं लिया गया.
मुजफ्फरपुर से जुड़े अपराधी, गिरोह की पहचान हो चुकी है
एसपी स्वर्ण प्रभात ने यह भी बताया कि उपेंद्र सिंह की हत्या में शामिल अपराधी मुजफ्फरपुर के एक कुख्यात गिरोह से जुड़े हैं. गिरोह की पहचान हो चुकी है और उन्हें पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन कर दिया गया है. यह गिरोह पहले भी हाईवे पर कई वारदातों को अंजाम दे चुका है. पुलिस को आशंका है कि हालिया हत्या भी एक सोची-समझी साजिश के तहत हुई है.
हाईवे पर डीजल चोरी और गिरोहों की बढ़ती सक्रियता
यह पहली बार नहीं है जब हाईवे पर अपराधियों ने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया हो. कुछ सप्ताह पहले ही पिपराकोठी थाना क्षेत्र में ASP सदर और SDPO-1 के नेतृत्व में डीजल चोर और तेल कटवा गिरोहों के खिलाफ बड़ी छापेमारी हुई थी. लेकिन कोटवा थाना क्षेत्र में ऐसी कोई सतर्कता नहीं दिखाई गई, जो इस जघन्य हत्या की एक बड़ी वजह बन गई.
थानाध्यक्ष से मांगा स्पष्टीकरण, विभागीय कार्रवाई भी संभव
एसपी ने न सिर्फ निलंबन किया, बल्कि SDPO-2 से पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और थानाध्यक्ष से विभागीय कार्रवाई के तहत स्पष्टीकरण तलब किया गया है. इससे यह स्पष्ट हो गया है कि मोतिहारी पुलिस अब लापरवाह अफसरों को बख्शने के मूड में नहीं है.
परिवार की चीखों से दहला गांव, कार्रवाई की मांग
उपेंद्र सिंह की हत्या के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक के बेटे ने साफ कहा कि अगर पुलिस समय पर सक्रिय होती तो उनके पिता की जान बच सकती थी. अब परिवार को सिर्फ एक ही उम्मीद है अपराधियों की गिरफ्तारी और दोषी अफसरों पर सख्त सजा.
SP स्वर्ण प्रभात ने जिले भर के सभी थाना प्रभारियों और अफसरों को साफ संदेश दिया है गश्ती हो या सूचना संकलन, हर स्तर पर सतर्कता जरूरी है. अगर कोई भी अफसर लापरवाही करता है, तो उसकी जवाबदेही तय होगी. उन्होंने कहा, ‘सड़क पर आम लोगों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है. अब कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.’
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