Bihar: उत्तर बिहार के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से शामिल छपरा जंक्शन की तस्वीर जल्द ही पूरी तरह बदलने वाली है. वाराणसी मंडल के इस क्लास-1 स्टेशन को रिडेवलप करने के लिए रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. पिछले दिनों रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने जंक्शन का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने जानकारी दी थी कि स्टेशन को रीडेवलप करने और यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 40 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है.
एक साल में बदल जाएगा स्टेशन का स्वरूप
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि छपरा जंक्शन की सेकेंड एंट्री (उत्तर छोर) पर नया प्रवेश द्वार छह महीने में तैयार कर लिया जाएगा. इसके साथ ही स्टेशन की पुरानी इमारत को तोड़कर वहां नई, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नई बिल्डिंग बनाई जाएगी. यह सभी विकास कार्य एक साल के भीतर चरणबद्ध ढंग से पूरे करने का लक्ष्य तय किया गया है.
नई रेललाइन और प्लेटफॉर्म विस्तार
स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक की मालगोदाम साइड में नई रेललाइन बिछा दी गई है. अब इस ट्रैक से पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होगा, जिससे यात्रियों का दबाव कम किया जा सके. इसके अलावा प्लेटफार्म नंबर आठ को भी आधुनिक सुविधाओं से लैस कर विकसित किया जाएगा.
डीजल लॉबी हटेगी, नई जगह होगा स्थानांतरण
स्टेशन परिसर में स्थित डीजल लॉबी कार्यालय को तोड़ा जाएगा और उसे प्लेटफार्म क्षेत्र में नई जगह पर शिफ्ट किया जाएगा, ताकि परिसर की जगह का बेहतर उपयोग हो सके और यात्री सुविधाएं बढ़ाई जा सकें.
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अमृत भारत योजना से बाहर, लेकिन विकास में नहीं होगी कमी
जब उनसे पूछा गया कि क्या छपरा जंक्शन अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल है, तो रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि फिलहाल यह स्टेशन उस योजना से हटा दिया गया है. हालांकि उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि “छपरा जंक्शन को अत्याधुनिक और आकर्षक बनाया जाएगा, भले ही वह अमृत भारत योजना में शामिल न हो.
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