मदरसा के मुफ्ती फखरे आलम नुमानी ने मीटिंग में मौजूद लोगों को कोरोना वायरस जैसे खतरनाक बीमारी से बचने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि खुद को हिफाजत से रखें और अपने हाथों को अच्छी तरह से धोकर किसी भी चीज को खाएं. एक जगह पर ज्यादा लोग जमा होकर नहीं बैठे और नाक पर रूमाल या कोई सुती कपड़ा बांध कर बाहर निकलें. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे लक्षण किसी आदमी में दिखाई दे तो उसे तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराएं. आपकी सतर्कता से ही कोरोना वायरस को हराने में कामयाबी हासिल हो सकती है.
उन्होंने कहा लोगों में जागरूकता के लिए वार्ड स्तर पर मीटिंग रखी जाये, ताकि लोगों में कोरोना का संक्रमण से बचाया जा सके. मौके पर मदरसा कमिटी के सदस्य मो इम्दादुल्लाह, मो शारिक, मो माजिद मिस्त्री, मो तैयब, मो वाहिद हुसैन, मो खुर्शीद, हाफिज मो जफर इमाम, महबूब आलम आदि मौजूद थे.
विदेश से युवक के लौटते ही जांच के लिए पहुंच गयी मेडिकल टीम
वहीं, कोरोना वायरस से निबटने के लिए बेगूसराय जिले में बखरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एमपी चौधरी ने बताया कि पीएचसी में सभी उपयुक्त चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध है. जिससे क्षेत्र के लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि सोमवार को बखरी नगर के मक्खाचक निवासी सुशील साह के पुत्र राजा कुमार के विदेश से वापस अपने घर लौटने की खबर मिली.
खबर मिलते ही तुरंत चिकित्सक टीम डॉ. कलाम, डॉ अरुण, प्रभात कुमार व बीसीएम सुमन कुमार उनके घर पहुंचकर राजा कुमार के स्वास्थ्य की जांच की. परंतु उनमें कोरोना महामारी जैसा कोई भी लक्षण नहीं पाया गया और वे पूरी तरह से स्वस्थ पाये गये. उन्होंने बताया कि फिर भी उन्हें 14 दिनों तक पूरी तरह से सतर्क रहने की सलाह दी गयी. उन्होंने बताया कि विदेश में रहनेवाले क्षेत्र के सभी व्यक्तियों पर निगाह रखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि पीएचसी में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.