Darbhanga News: दरभंगा. अनुसंधान में बरती गयी लापरवाही, मनमानेपन, स्वेच्छचारिता व अनुशासनहीनता के आरोप में बहेड़ा थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी को निलंबित कर दिया गया है. एसएसपी ने बताया कि बहेड़ा थाना से संबंधित एक मामले की समीक्षा टिप्पणी में अनुसंधानक सह बहेड़ा थानाध्यक्ष चन्द्रकांत गौरी की लापरवाही, मनमानेपन, स्वेच्छचारिता व अनुशासनहीनता को देखते हुए स्पष्टीकरण पूछा गया था. साथ ही ग्रामीण पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार को जांच करने को कहा गया था. जांच में लापरवाही बरतने का आरोप सत्य पाया गया. बताया कि इस कांड के अप्राथमिकी अभियुक्त सुबोध कुमार को मोउद्दीननगर (समस्तीपुर) थाना से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, जिन्हें इस कांड में रिमांड करने के लिए अनुसंधानक द्वारा 16 जनवरी 2024 को प्रतिवेदन न्यायालय में समर्पित किया गया. बावजूद उक्त अप्राथमिकी अभियुक्त को अभी तक इस कांड में रिमांड नहीं किया गया. कांड दैनिकी में मात्र अप्राथमिकी अभियुक्त अंकेश कुमार उर्फ माइकल का अपराधिक इतिहास ज्ञात कर अंकित किया गया है. अन्य का अपराधिक इतिहास नहीं लिखा गया है. बरामद रुपये एवं सामानों का टीआइपी भी नहीं कराया गया है. एसएसपी के निर्देश के बावजूद थानाध्यक्ष के रूप में कांड की समीक्षा नहीं की गयी, जो उनके कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, मनमानेपन एवं आदेशोल्लंघन को परिलक्षित करता है. अनुसंधान में बरती गयी लापरवाही को लेकर चन्द्रकांत गौरी को निलंबित कर विभागीय जांच प्रारंभ करने के लिए मिथिला क्षेत्र की पुलिस उप-महानिरीक्षक द्वारा आदेशित किया गया है. इनका मुख्यालय पुलिस केंद्र दरभंगा बनाया गया.
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