
Darbhanga News: बहेड़ी. बाजार के बहेड़ी बरियाही घाट मुख्य सड़क में मनोकामना मंदिर के समीप चल रहे अवैध नर्सिंग होम में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. घटना से आक्रोशित परिजनों ने नर्सिंग होम पर हो हंगामा शुरू कर दिया. मामले की जानकारी पीएचसी प्रभारी डॉ बीडी महतो को मिली. स्थानीय पुलिस के साथ वह अवैध नर्सिंग होम पर पहुंचे. इस बीच मृत महिला व मृत बच्चे को छोड़ नर्सिंग होम के सभी कर्मी फरार हो गये थे. बता दें कि बिरौल थाना क्षेत्र के मनोर भौराम गांव की सुनील मांझी की पत्नी मनीषा कुमारी (23) को गांव की आशा प्रसव कराने बहेड़ी पीएचसी लायी थी. डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए मरीज को डीएमसीएच रेफर कर दिया. कुछ पैसे की लालच में आशा ने उसे निजी नर्सिंग होम सूर्या इमरजेंसी में पहुंचा दिया. प्रसव कराने के क्रम में सिजेरियन किया गया. इस दौरान जच्चा व बच्चा की मौत हो गई. घटना को लेकर महिला की सास अमला देवी सहित अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने बताया कि कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के चिंगरी गांव निवासी उदित नारायण मांझी व सुनीता देवी की चार पुत्री में दूसरे नंबर की पुत्री की शादी बिरौल थाना क्षेत्र के मनोर भौराम गांव में हुई थी. जिसकी मौत प्रसव के दौरान हो गई. थानाध्यक्ष बरूण कुमार गोस्वामी ने बताया कि महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेजा गया है. पीएचसी प्रभारी डॉ बीडी महतो ने बताया कि अवैध नर्सिंग होम बहेड़ी बाजार में कुकुरमुत्ते की तरह हैं. इस पर स्वास्थ्य विभाग लगाम लगाने में विफल साबित हो रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला से ही स्वास्थ्य विभाग मोटी रकम लेकर अवैध नर्सिंग होम व जांच घर का संचालन करवाता है.
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