Darbhanga News: बेनीपुर. प्रखंड में जल संकट की समस्या दिनानु-दिन विकराल होती जा रही है. इससे निजात दिलाने के लिए विधायक का प्रयास भी बेअसर दिख रहा है. जल संकट को देखते हुए विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने एक सप्ताह पूर्व पीएचइडी के अधीक्षण सहित अन्य अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक की थी. 24 घंटे के अंदर क्षेत्र में जल संकट से संबंधित प्रतिवेदन देने को कहा था. विधायक के इस प्रयास से लोगों में पेयजल संकट से निजात मिलने की आस जगी थी, लेकिन सप्ताह भर बीत जाने के बावजूद इसमें कहीं सुधार नहीं दिख रहा है. सझुआर पंचायत की लगभग 1600 आबादीवाले बिकूपट्टी गांव के लोग पेयजल के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. वैसे पीएचइडी के अनुसार गांव नहीं पंचायत के सभी 13 वार्डों का नल-जल चालू अवस्था में है, लेकिन बिकूपट्टी वार्ड तीन, चार व पांच में आजतक नल-जल का काम पूरा ही नहीं हुआ है. वार्ड तीन में बोरिंग लगाकर छोड़ दिया गया है. पानी की किल्लत झेल रहे ग्रामीण उपेंद्र झा, अरुण कुमार झा, रामचंद्र मिश्र, राम आशीष झा, मंजन झा ने कहा कि गत दो वर्षों से भू-गर्भीय जलस्तर के नीचे खिसकते ही चापाकल सूख जाते हैं और पानी के लिए हाहाकार मच जाता है. पीएचइडी से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रहे हैं. मजबूरन लोगों को लंबी दूरी तय कर पानी लाना पड़ता है. इधर स्थानीय मुखिया चंदन कुमार झा ने कहा कि उनके कार्यकाल से पूर्व से ही बिकूपट्टी के तीनों वार्ड में नल-जल योजना का काम प्रारंभ हुआ. अधिकांश राशि उठाव होने के बावजूद कहीं भी नल-जल का पाइप तक नहीं लगा. वार्ड तीन में नल-जल का आधा-अधूरा कार्य हुआ तो पानी की किल्लत देखते हुए छह-सात नल लगा दिया था, जो लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रहा था. अब तो यह पीएचइडी विभाग के अधीन हो गया है. पीएचइडी के अभियंता को उत्पन्न जल संकट से अवगत कराते हुए जलापूर्ति व्यवस्था बहाल करने की मांग की गयी है. इधर पीएचइडी के सहायक अभियंता धर्मपाल बैठा ने कहा कि मरम्मत की जा रही है.
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