दरभंगा. दरभंगा- मधुबनी के बीच महिलाओं के लिये संचालित पिंक बस सेवा घाटे का सौदा बन गयी है. बस को महिला यात्री नहीं मिल रही. इस कारण हर फेरी में बस की अधिकांश सीट खाली रह जा रही है. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की दो बसें प्रतिदिन दरभंगा- मधुबनी के बीच चार फेरे लगा रही है. जानकारी के अनुसार बस चलाने के लिये विभाग को प्रतिदिन लगभग 2000 रुपये का सीएनजी भराना होता है. चालक व संवाहक के वेतन का बोझ उपर से उठाना पड़ रहा है. बसों के रखरखाव लागत तथा प्रशासनिक खर्च वित्तीय बोझ को और बढ़ा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार किराए से प्रतिदिन महज 800 से 900 रुपये ही आ रहे हैं. ऐसे में इंधन (सीएनजी) का पैसा भी नहीं निकल पा रहा है. विभाग को हर दिन करीब 1200 रुपये का इंधन अन्य श्रोत से पैसा लेकर खरीदना पड़ रहा है. बता दें कि रोजाना सुबह सात व आठ बजे कादिराबाद सरकारी बस अड्डा से दोनों बसें मधुबनी के लिये रवाना होती है. बस में 22 सीट है.
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