शपथ ग्रहण के मंच से बिहार में चुनावी बिगुल
भारतीय जनता पार्टी हमेशा चुनावी मोड में रहती है और हर बड़े आयोजन को राजनीतिक संदेश देने के लिए इस्तेमाल करती है. दिल्ली के नए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का शपथ ग्रहण भी इससे अलग नहीं होगा. रामलीला मैदान में आयोजित इस भव्य समारोह को भाजपा बिहार में अपनी मजबूत पकड़ दिखाने के मौके के तौर पर देख रही है.
बिहार से विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी भाजपा की ओर से भाग लेंगे, वहीं JDU की ओर से ललन सिंह और संजय झा इस आयोजन में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे. इस समारोह में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के भी शामिल होने की संभावना है.
नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी पर अटकलें
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, जिसकी चर्चा बिहार की राजनीति में तेज हो गई है. अक्सर ऐसे मौकों पर उनकी गैरमौजूदगी को भाजपा और उनके रिश्तों में दूरियों के संकेत के रूप में देखा जाता है. हालांकि, इस बार नीतीश कुमार का न आना उनकी पहले से तय ‘प्रगति यात्रा’ के कारण है, जिसमें वे 20 और 21 फरवरी को व्यस्त रहेंगे. इसके चलते विपक्ष को कोई बड़ा मुद्दा नहीं मिल पाया है, लेकिन उनके इस फैसले पर सियासी अटकलें जरूर लगाई जा रही हैं.
Also Read: BPSC 70वीं मेंस परीक्षा की तिथि घोषित, जानें कब से कर सकते हैं आवेदन
NDA की एकता का प्रदर्शन या शक्ति संतुलन?
इस समारोह में NDA के अन्य बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान विदेश दौरे पर हैं, लेकिन उनके शामिल होने की अटकलें जारी हैं. केंद्रीय मंत्री और HAM(S) प्रमुख जीतन राम मांझी और RLSP के उपेंद्र कुशवाहा भी इस आयोजन में शिरकत करेंगे.
इस समारोह के जरिए भाजपा यह दिखाने की कोशिश करेगी कि बिहार में NDA पूरी तरह मजबूत और एकजुट है. हालांकि, बिहार की राजनीति में अक्सर समीकरण बदलते रहते हैं, इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि इस शक्ति प्रदर्शन का आगामी विधानसभा चुनावों पर क्या असर पड़ता है.
बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें