बहन ने लगाए फर्जीवाड़े के आरोप
छोटी बहन के अनुसार, उनके पिता स्व. बैजनाथ गुप्ता की सबसे बड़ी बेटी मुन्नी गुप्ता हैं. जिन्होंने 10वीं कक्षा में फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी. जबकि असली अनीता गुप्ता ने 2002 में मैट्रिक और 2004 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी. छोटी बहन का कहना है कि उनकी बड़ी बहन ने उनके प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल कर 2006 में शिक्षिका की नौकरी हासिल कर ली.
छोटी बहन ने उत्तर प्रदेश के पडरौना ब्लॉक से जारी पारिवारिक सूची के साथ-साथ राशन कार्ड, आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र जैसे दस्तावेज भी पेश किए हैं. जो उनके दावे को सही ठहराते हैं.
बड़ी बहन का पलटवार: “मैं ही असली अनीता”
वहीं, कथित रूप से आरोपी शिक्षिका अनीता कुमारी उर्फ मुन्नी गुप्ता ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि उनका नाम अनीता गुप्ता ही है और उन्होंने 2006 में इसी नाम से शिक्षक की नौकरी जॉइन की थी. उनका कहना है कि छोटी बहन द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं.
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शिक्षा विभाग ने शुरू की जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए भितहा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णनंदन राय ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि संबंधित महिला के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है और दस्तावेजों की सत्यता की जांच की जा रही है. उच्च अधिकारियों को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है.