534 करोड़ की कीमत से बिहार के इस जिले में बनेगी फोरलेन सड़क, सामने आया रूट चार्ट
बिहार के भागलपुर जिले में सुलतानगंज से झारखंड के देवघर तक फोरलेन सड़क बनाने के लिए राज्य सरकार ने पैसा जारी कर दिया है. यह सड़क 2028 तक बनकर तैयार होगी.
By Prashant Tiwari | March 5, 2025 4:09 PM
बिहार सरकार प्रदेश की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए लगातार नए-नए परियोजनाओं के लिए फंड जारी कर रही है. इसी कड़ी में नीतीश सरकार ने भागलपुर जिले के सुलतानगंज से झारखंड के देवघर की सीमा तक फोरलेन बनाने के लिए 534 करोड़ 53 लाख 59 हजार की राशि को जारी किया है. यह सड़क पहले फेज में सुलतानगंज, तारापुर, संग्रामपुर, बेलहर, कटोरिया, चांदन और दर्दमारा तक बनाया जाएगा. इसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल गई है. इस सड़क के बनने के बाद सावन के महीने में देवघर जाने वाले कांवरियों को सुविधा होगी.
4 साल में बनकर होगा तैयार
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुलतानगंज-देवधर सड़क के निर्माण में चार साल का समय लगेगा. इधर, पथ निर्माण विभाग (आरसीडी) ने अभी ही तय कर दिया है कि किस वर्ष में कितनी राशि का काम कराया जाना है और कार्य कितना प्रतिशत होगा.
टेबल चार्ट के जरिए जानिए किस साल में कितनी बनेगी सड़क
साल
धनराशि
काम प्रतिशत
साल 2025
26.72 करोड़ रुपये
5 प्रतिशत
साल 2025-26
267.72 करोड़ रुपये
50 प्रतिशत
साल 2026-27
213.81 करोड़ रुपये
40 प्रतिशत
साल 2027-28
26.72 करोड़ रुपये
5 प्रतिशत
क्यों बनाई जाती हैं फोरलेन सड़के?
फोरलेन ऐसी सड़कें होती है, जिसमें दोनों दिशाओं में दो-दो लेन होती हैं. इसका मतलब है कि इस सड़क पर दोनों दिशाओं में यातायात के लिए चार लेन होती हैं. फोरलेन सड़कों का निर्माण मुख्य रूप से यातायात को सुगम और तेज बनाने के लिए किया जाता है. इन सड़कों पर यातायात की गति अधिक होती है और यह यात्रियों के लिए सुरक्षित भी होती हैं. इनका निर्माण आमतौर पर राष्ट्रीय राजमार्गों और महत्वपूर्ण शहरों के बीच किया जाता है.
भागलपुर-नवगछिया सड़क दुरुस्तीकरण के लिए फिर हुआ टेंडर
इसके साथ ही नवगछिया और भागलपुर के बीच जर्जर सड़क को ठीक करने के लिए टेंडर निकाला गया है. सड़क के दुरुस्तीकरण पर आठ करोड़ रुपये खर्च होगा. सड़क मरम्मत के लिए एजेंसी चयन के लिए एनएच विभाग द्वारा निविदा जारी की गई थी. सिंगल बिड की वजह से इसको रद कर फिर से टेंडर किया गया है. एनएच विभाग के कार्यपालक अभियंता बृजनंदन कुमार ने बताया कि नेशनल हाइवे के मरम्मत पर आठ करोड़ रुपये खर्च होंगे. एक ठेकेदार द्वारा टेंडर भरने के कारण इसे रद कर री-टेंडर किया गया है. एजेंसी चयन के बाद सड़क दुरुस्तीकरण का काम शुरू करा दिया जाएगा.