गया जी. शहर की मूलभूत सुविधाओं और सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए नगर निगम गंभीरता से कार्य कर रहा है. साथ ही, शहर को स्वच्छता रैंकिंग में बेहतर स्थान दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है. इसी क्रम में, जून माह में सभी वार्डों की सफाई रैंकिंग जारी की गयी है. इसका उद्देश्य सफाई कर्मियों को जागरूक करना है ताकि जिन वार्डों में अच्छा कार्य हो रहा है, उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके और उनके प्रयासों की सराहना की जा सके. इस बार की रैंकिंग पांच प्रमुख संकेतकों (फाइव इंडिकेटर्स) के आधार पर तैयार की गयी है, जो पूरी तरह से डेटा आधारित हैं. नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने बताया कि यह रैंकिंग हर माह जारी होगी. वर्ष के अंत तक जो वार्ड इन मापदंडों पर अव्वल रहेंगे, उनके सफाई सुपरवाइजर, सफाई कर्मी, वार्ड पार्षद और सफाई मित्रों को 26 जनवरी के अवसर पर सम्मानित किया जायेगा. जून माह की रैंकिंग में वार्ड संख्या 09, 38, 07, 11, 31, 18, 19, 17, 37 और 12 ने टॉप 10 में स्थान प्राप्त किया है. स्वच्छता हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी गौरतलब है कि शहर को स्वच्छ बनाये रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है. यदि इसमें कमी आती है, तो उसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं. शहर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी सिर्फ नगर निगम की नहीं, बल्कि हर नागरिक की भी है. अगर हर व्यक्ति यह संकल्प ले कि वह अपने घर, गली और मुहल्ले को स्वच्छ रखेगा, तो पूरा शहर स्वच्छ हो जायेगा. रैंकिंग के लिए निर्धारित पांच प्रमुख संकेतक डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण : क्यूआर कोड स्कैन कर अधिकतम घरों से कचरा संग्रह किया जायेगा, जितनी अधिक संख्या में स्कैनिंग होगी, उतने अधिक अंक मिलेंगे. सफाई कर्मियों की बायोमीटरिक उपस्थिति : जितने अधिक सफाई कर्मी बायोमैट्रिक अटेंडेंस लगायेंगे, उतने अधिक अंक प्राप्त होंगे. कचरा डंप प्वाइंट्स की संख्या : वार्ड में जितनी अधिक सड़कों पर कचरा डंप प्वाइंट्स होंगे, उतने कम अंक दिये जायेंगे. स्वच्छ गया ऐप पर शिकायतों की संख्या : वार्ड से संबंधित जितनी अधिक शिकायतें ऐप या कॉल सेंटर पर दर्ज होंगी, उतने कम अंक मिलेंगे. यूजर चार्ज का भुगतान : जितने अधिक घर और व्यावसायिक प्रतिष्ठान स्वच्छता यूजर चार्ज का भुगतान करेंगे, उतने अधिक अंक मिलेंगे. नोट : इनके अलावा, भविष्य में असमय गंदगी फैलाने वालों को चिह्नित कर उन पर लगाए गए जुर्माने जैसे अन्य मापदंड भी रैंकिंग में शामिल किए जायेंगे. शिकायतों के निबटारे पर भी रहेगा जोर स्वच्छ गया ऐप (gayaswm.in) पर प्राप्त शिकायतों को लेकर अगले माह से नयी व्यवस्था लागू होगी. अब केवल शिकायत दर्ज होने की संख्या नहीं, बल्कि समय पर शिकायत के समाधान को भी मापदंड में शामिल किया जायेगा. हालांकि, निजी उद्देश्य से की जाने वाली या शहर की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जायेगा और ऐसे यूजर्स को चिह्नित किया जा रहा है. क्या कहते हैं नगर आयुक्त नगर आयुक्त ने बताया कि वार्डवार सफाई योजना तैयार की जा रही है, जिससे तय समय पर सफाई का काम हो और उसकी नियमित समीक्षा भी की जा सके. उन्होंने कहा कि गया एक महत्वपूर्ण पर्यटक नगरी है, इसे साफ-सुथरा रखना हम सभी का कर्तव्य है. सभी लोग गंदगी इधर-उधर न फैलाएं, जागरूक रहें और अगर सफाई से जुड़ी कोई शिकायत हो, जैसे घर से कचरा नहीं उठाया जा रहा हो, तो gayaswm पोर्टल या ऐप पर दर्ज करें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके और व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके.
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