
गुरारू. गुरारू बाजार में अतिक्रमण और सड़क जाम की समस्या आम हो गयी है. अतिक्रमण के कारण हर दिन होनेवाले सड़क जाम से स्थानीय लोग पूरी तरह परेशान हो गये हैं. इस समस्या के प्रति स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और उपेक्षा लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गयी है. गुरारू की हालत इतनी बदतर हो गयी है कि लोग पैदल चलना जान जोखिम में डालने के बराबर हो गया है. इस कारण यहां हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. लेकिन, प्रशासन इसको लेकर गंभीर नहीं है और न ही सड़कों पर पसरा अतिक्रमण हटवाने की कोशिश हो रही है. गुरारू बाजार अतिव्यस्तम बाजार कहलाता है. जहां पर दुकानदार दुकानों की तरह ही सड़कों पर भी सामान रखते हैं. इससे सड़क सिकुड़ कर संकीर्ण हो गयी है. राहगीरों के साथ स्कूली बच्चों को भी जाम के झाम से परेशानी होती है. किसी आपात स्थिति में एंबुलेंस अथवा फायरब्रिगेड की गाड़ी भी जाम में फंस जाती है और समय पर गंतव्य स्थान पर नहीं पहुंच पाती है. वहीं सड़क जाम होने पर लोग अतिक्रमण कारियों व सरकार को कोसते नजर आते हैं. बता दें कि गुरारू बाजार के सड़क के किनारे बने दोनों तरफ पांच फुट नाले को भी अतिक्रमण कर रखा है. जिससे बाजारवासी व दुकानदारों से वाहन चालक से तू-तू मैं-मैं भी होता रहता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम की जानकारी सांसद, विधायक, जिला प्रशासन व स्थानीय अधिकारियों को भी है, मगर अब तक इस ओर किसी ने ध्यान नहीं गया हैं. इसका नतीजा यह है कि गुरारू के लोग और क्षेत्र के राहगीर प्रतिदिन जाम की समस्या से जूझने को विवश हैं.
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