गया. स्कूलों में बच्चों को पीएम पोषण योजना के तहत भोजन उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन भ्रष्टाचार की जद में बच्चों का निवाला भी नहीं बचा. मामला जिले के टिकारी प्रखंड के मध्य विद्यालय आमाकुआं का है. यहां एमडीएम के लिए आया चावल का गबन के मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पीएम पोषण योजना साकेत रंजन ने कार्रवाई की है. एमडीएम के तहत 533.900 किलो अनाज गबन मानते हुए मामले में प्रधानाध्यापिका को ₹17440.91 जमा करने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि शिकायत के आलोक में जिला समन्वयक व प्रखंड साधन सेवी, पीएम पोषण योजना टिकारी के द्वारा संयुक्त रूप से 11 अप्रैल को निरीक्षण किया गया था. निरीक्षण के क्रम में विद्यालय में पोषाहार पंजी के अनुसार चावल की मात्रा 1193.900 केजी के विरुद्ध भौतिक रूप से भंडारगृह में लगभग 660 केजी उपलब्ध पाया गया, जो कि 533.900 केजी चावल का अंतर पाये जाने के विरुद्ध डीपीओ पीएम पोषण योजना ने शोकॉज किया गया था. मामले में हेडमास्टर द्वारा समर्पित स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाया गया. खाद्यान्न अंतर में 17440.91 रुपये राशि गबन करने का मामला प्रमाणित पाया. डीपीओ ने निर्देश दिया है कि पत्र प्राप्ति के तीन दिनों के अंदर प्रधान सचिव, शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में सरकारी खाद्यान्न गबन करने के विरुद्ध 17441 रुपये राशि बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना, गया के खाता संख्या में जमा करते हुए कार्यालय में पावती रसीद जमा करें. नहीं तो हेडमास्टर के वेतन की राशि से प्रत्येक माह 20 प्रतिशत कटौती कर राशि की वसूली की जायेगी.
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