गया जी. गया मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में स्थित इमरजेंसी बिल्डिंग की छत पर पीसीसी (प्लेन सीमेंट कंक्रीट) का काम बिना अस्पताल अधीक्षक की अनुमति और किसी मांग पत्र के ही एजेंसी द्वारा करा दिया गया. इसको लेकर अस्पताल में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि बीएमएसआइसीएल के कुछ इंजीनियरों की मिलीभगत से एजेंसी द्वारा मनमानी तरीके से निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
बिना मांग और मानक के हो रहा निर्माण कार्य
सूत्रों के अनुसार, पांच वर्ष पूर्व ही यह बिल्डिंग बीएमएसआइसीएल की देखरेख में तैयार की गयी थी. अब सवाल यह उठ रहा है कि इतनी कम अवधि में बिल्डिंग की छत इतनी खराब कैसे हो गयी कि उसे फिर से पीसीसी कराने की जरूरत पड़ गयी. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इस संबंध में कोई भी आधिकारिक मांग पत्र एजेंसी को नहीं भेजा गया था. अस्पतालकर्मियों के अनुसार, बिल्डिंग निर्माण में पहले दिन से ही खामियां दिखने लगी थीं. एसी की बार-बार खराबी, लिफ्ट का महीनों से बंद रहना, और ऊपरी मंजिल पर मरीजों को स्ट्रेचर के बजाय हाथों पर ढोना, ये सभी समस्याएं इस निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करते हैं.
इंजीनियर का गैर-जिम्मेदाराना जवाब
क्या कहते हैं अधीक्षक
इमजेंसी बिल्डिंग की छत पर पीसीसी कराने की मांग नहीं की गयी है. इसकी जानकारी किसी ग्रुप में फोटो देखने पर पता चली है. इस संबंध में बीएमएसआइसीएल के जिम्मेदार से यहां बात की गयी है. उन्होंने कहा कि काम को रोक दिया जायेगा. हालांकि, इस मामले में पेमेंट की अनुशंसा कभी नहीं की जायेगी.डॉ केके सिन्हा, अधीक्षक, एएनएमएमसीएच, गया
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