इस संबंध में नागपुर थाने के सब इंस्पेक्टर दीपक पवार ने बताया कि नागपुर के लक्ष्मीपुर नगर में एक लैपटॉप दुकान से दोनों आरोपियों ने 38 लैपटॉप चोरी की और फरार हो गये. इनके विरुद्ध में लैपटॉप दुकान के दुकानदार अजय कुमार ने 21 अक्तूबर को एक प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी के बाद दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी थी. सूचना मिलने के बाद आरपीएफ व गया रेल पुलिस की टीम के सहयोग से दोनों आरोपित को गिरफ्तार किया गया.
क्या था मामला?
नागपुर में दिल्ली के रहनेवाले दोनों आरोपितों पवन कुमार व अनिता सिन्हा द्वारा एक कंपनी खोली गयी थी. उन्होंने किराये पर एक मकान लिया था. उस मकान में एक इंस्टीट्यूट बनाया. इसके बाद इंस्टीट्यूट के नाम पर मकान मालिक के सहयोग से एक दुकान में लैपटॉप खरीदने की बात कही गयी. इसके बाद उधार के नाम पर 38 लैपटॉप खरीदे. दो दिनों में पैसे देने की बात कही गयी थी. लेकिन, दो दिनों के अंदर दोनों 38 लैपटॉप लेकर फरार हो गये. इसके बाद दुकानदार ने नागपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी.
दोनों दिल्ली से पुरी जा रहे थे
नागपुर थाने के सब इंस्पेक्टर दीपक पवार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि लैपटॉप चोरी करनेवाले दोनों आरोपी दिल्ली से पुरी जा रहे थे. इसके बाद रेल पुलिस को सूचना दी गई. फिर आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश, रेल पुलिस निरीक्षक सह रेल थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह व अन्य जवानों के सहयोग से नंदन कानन एक्सप्रेस ट्रेन से दोनों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि दोनों आरोपितों को नागपुर ले जा रहे हैं. आगे की कार्रवाई नागपुर थाने से की जायेगी.
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