गया जी. श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को लेकर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने व्यापक तैयारी शुरू कर दी है. आरपीएफ की टीम इस बार कांवरिया के वेश में तैनात रहेगी, जिससे वे भीड़ में सहज रूप से निगरानी कर सकें और श्रद्धालुओं की सहायता कर सकें. महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए ‘मेरी सहेली’ टीम विशेष रूप से सक्रिय रहेगी. गुरुवार को आयोजित एक बैठक में आरपीएफ इंस्पेक्टर बनारसी यादव ने बताया कि डीडीयू मंडल के सीनियर कमांडेंट जेथिन बी राज के निर्देश पर एक विशेष सुरक्षा योजना तैयार की गयी है. इस योजना के तहत छह सब-इंस्पेक्टर, 10 अवर सहायक निरीक्षक और 50 से अधिक जवानों की एक विशेष टीम गठित की गयी है. उन्होंने बताया कि सीनियर कमांडेंट ने ऑनलाइन माध्यम से आरपीएफ के जवानों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश और सुझाव दिये हैं. श्रावणी मेला के दौरान गया-डीडीयू, गया-पटना, गया-किऊल, गया-धनबाद, गया-जमालपुर और रफीगंज रेलखंडों पर प्रतिदिन सघन सर्च अभियान चलाया जायेगा. पिछले वर्ष की घटनाओं से लिया सबक गौरतलब है कि पिछले वर्ष कांवरिया के वेश में कुछ असामाजिक तत्वों ने मोबाइल चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था. इन्हें आरपीएफ ने सुल्तानगंज जाने वाली ट्रेनों से गिरफ्तार किया था. इसी अनुभव को ध्यान में रखते हुए इस बार आरपीएफ ने पहले से सतर्कता बरतते हुए ठोस सुरक्षा रणनीति अपनायी है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता आरपीएफ की टीम इस बार श्रावणी मेले में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. टीम का मुख्य उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वे सुरक्षित वातावरण में अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.
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