गया. बार-बार बेहोशी या झटके आना मिर्गी का संकेत हो सकता है, ऐसे में झाड़-फूंक से बचकर योग्य न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए. सही जांच और समय पर इलाज से मिर्गी पूरी तरह नियंत्रित की जा सकती है. उक्त बातें न्यूरोलॉजी अपडेट कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रविवार को एक होटल में एनएमसीएच के डॉ अनवर आलम ने कही. एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स ऑफ इंडिया (एपीआइ), गया शाखा की ओर से न्यूरोलॉजी अपडेट कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. ओड़िशा से यहां आये डॉ एसडी नायक ने कहा कि लकवा की बीमारी गांव के अलावा अब शहरों में भी तेजी से बढ़ रही है. इसके लिए लोगों को जागरूक होना पड़ेगा. जागरूकता के बिना कुछ भी संभव नहीं है. डॉ सौम्य दर्शन नाइक ने सिरदर्द की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत में लगभग 40 प्रतिशत लोग जीवन में कभी न कभी सिरदर्द से पीड़ित होते हैं. उन्होंने कहा कि बिना जांच के दवा लेना नुकसानदेह हो सकता है और संयमित जीवनशैली अपनाने से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है. डॉ उज्ज्वल राय ने अपने वक्तव्य में कहा कि शरीर में दर्द के पीछे कोई न कोई कारण अवश्य होता है. बिना परामर्श के दवा लेने से किडनी व लिवर पर दुष्प्रभाव हो सकता है. उन्होंने फिजियोथेरेपी और पुनर्वास जैसे वैकल्पिक उपायों को अपनाने की सलाह दी. कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ एएन राय, डॉ विजय जैन, आइएमए अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ केके सिन्हा, डॉ नीरज कुमार, डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह, डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह, डॉ दीप शिखा काव्या व डॉ कमलेश कुमार ने किया. इलाज करने में मिलती है सहायता डॉ नीरज कुमार ने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलनों से चिकित्सकों को नवीनतम शोध और जानकारियां मिलती है. इससे मरीजों को और बेहतर उपचार मिल सकता है. साथ ही यह मंच चिकित्सकों के बीच आपसी संवाद एवं अनुभव साझा करने में सहायक होता है. इन्होंने विचार किये व्यक्त कॉन्फ्रेंस में प्रमुख तौर पर डॉ संजय कुमार, प्रमुख, न्यूरोलॉजी विभाग, पीएमसीएच, डॉ एसडी नायक, विभागाध्यक्ष, न्यूरोलॉजी, एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज, ब्रह्मपुर, ओडिशा, डॉ उज्ज्वल राय, वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट, इवनचुअल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, रांची, डॉ नीतीश कुमार, डीएम न्यूरोलॉजी, निमहांस, बेंगलुरु, डॉ अनवर आलम, रुबन पटलीपुत्र हॉस्पिटल एवं एनएमसीएच, पटना, डॉ गुंजन कुमार, न्यूरो विहार एवं पूर्व प्रमुख, न्यूरोलॉजी विभाग, एम्स पटना, डॉ कनिष्क परमार, न्यूरोसर्जरी विभाग, एएनएमएमसीएच, गया, डॉ. सीएल नारायण, वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ, डॉ गौरव वर्मा, सहायक प्रोफेसर, न्यूरोसर्जरी, एम्स पटना आदि ने अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम में ये रहे मौजूद कार्यक्रम में चेयरपर्सन के रूप में डॉ एएन राय, डॉ नवनीत निश्चल, डॉ रतन कुमार, डॉ धनंजय कुमार, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह, डॉ विजय जैन, डॉ डीके सहाय, डॉ उदय कुमार सिन्हा, डॉ रामसेवक सिंह, डॉ पीके सिंह समेत अनेक वरिष्ठ चिकित्सकों ने भाग लिया.
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