महाराष्ट्र में छिपा था, भागने की कोशिश में दबोचा गया
तकनीकी निगरानी से पुलिस को सूचना मिली कि राजेश यादव महाराष्ट्र के महाड़ थाना क्षेत्र में छिपा हुआ है. गया पुलिस और एसटीएफ की विशेष टीम ने वहां पहुंचकर घेराबंदी की. गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे धर दबोचा. पूछताछ में उसने अपनी पहचान स्वीकार कर ली. बिहार लाकर उसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई के लिए प्रस्तुत किया गया है.
2014 से फरार, कई संगीन मामलों में था वांछित
राजेश यादव नक्सली गतिविधियों में लंबे समय से सक्रिय था. 15 जनवरी 2014 को गया के डुमरिया थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण रोकने के लिए उसने डायनोपैक मशीन में आग लगवा दी थी और मजदूरों को धमकी दी थी. इस घटना के बाद से वह लगातार फरार था.
उसके खिलाफ कोंच और अलीपुर थाने में कई गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें आईपीसी की धारा 121(A), 384, 506, 17 सीएलए एक्ट और यूएपीए शामिल हैं.
नक्सल संगठन को करारा झटका
इस गिरफ्तारी से नक्सली संगठन को तगड़ा झटका लगा है. पुलिस का कहना है कि अन्य फरार नक्सलियों की तलाश जारी है और अभियान को तेज किया जाएगा ताकि क्षेत्र में शांति बनी रहे.
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