गया जी. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत जरूरतमंदों को मुफ्त राशन देने की व्यवस्था तो की गयी है, लेकिन जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) के त्रुटिपूर्ण डाटा फीडिंग के कारण लाभुकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. गया नगर निगम क्षेत्र के छोटकी नवादा, वार्ड संख्या चार की एक महिला लाभुक को पिछले कई महीनों से बार-बार राशन से वंचित होना पड़ रहा है. महिला लाभुक (कार्ड संख्या 103471280040055*****) जब भी अपने नजदीकी पीडीएस डीलर के पास अनाज लेने जाती हैं और पीओएस मशीन पर अंगूठा (थंब इंप्रेशन) लगाती हैं, तो उन्हें बताया जाता है कि अनाज पहले ही उनके मृत पति के नाम पर उठा लिया गया है. महिला ने बताया कि उनके पति की मृत्यु करीब पांच वर्ष पूर्व हो चुकी है, बावजूद इसके उनके नाम से अन्यत्र डीलरों के माध्यम से बार-बार राशन का उठाव किया जा रहा है. महिला ने बताया कि वह चार बेटियों की मां है और एक बड़े घर में मेड का काम कर किसी तरह गुजारा कर रही हैं. पीडीएस कार्ड में उनके पति समेत तीन बेटियों के नाम दर्ज हैं, जबकि एक बेटी का नाम कार्ड से कट चुका है. उन्हें कार्ड के अनुसार हर माह 25 किलो राशन मिलना चाहिए, लेकिन कई बार उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है. आंखों में आंसू और हाथ में खाली थैला लेकर घर लौटती महिला कभी सिस्टम को, तो कभी अपने भाग्य को कोसती है.
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