
बोधगया. चेरकी थाना क्षेत्र के परसावां गांव निवासी बेली मांझी के बेटे युगेश मांझी की राजस्थान के जयपुर में शुक्रवार को एक निर्माणाधीन इमारत से गिरकर मौत हो गयी. शनिवार को एंबुलेंस से युगेश का शव गांव लाया गया, जिसके साथ परसावां गांव के ही दो युवक सुजीत मांझी और टूनू मांझी भी आये थे. बताया गया कि युगेश जयपुर के कानाराम चौधरी मुहल्ला, मानसरोवर में रामलाल सिंगला और मुलचंद चौधरी के पास राज मजदूर के रूप में काम करता था. युवकों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे उन्हें युगेश की मौत की सूचना मिली. जब वे मौके पर पहुंचे, तब देखा कि युगेश का शव पहले से एंबुलेंस में रखा हुआ था और उनसे जबरन कागज पर दस्तखत करवा लिया गया कि वे शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते हैं.
ठेकेदार के साथ मजदूरी को लेकर हुआ था विवादसाथ आये युवकों ने यह भी जानकारी दी कि युगेश का ठेकेदार से बकाया मजदूरी को लेकर विवाद हुआ था. उन्होंने आशंका जतायी कि इसी विवाद के कारण युगेश को बिल्डिंग से नीचे गिराकर हत्या कर दी गयी.चेरकी पुलिस ने शव भेजा पोस्टमार्टम के लिए
चेरकी थानाध्यक्ष ट्विंकल सिंह ने बताया कि युगेश का शव बैंडेज में लिपटा हुआ था, जिसे पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. युगेश के शव के गांव पहुंचते ही इलाके में गम का माहौल पसर गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गये और शोक व्यक्त किया.
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