GMCH पूर्णिया में 100 सीटों पर दाखिले की मंजूरी, बिहार के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS की सीटें हुई 1390
GMC पूर्णिया आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के तहत संचालित होती है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव द्वारा जीएमसी, पूर्णिया का अंडरटेकिंग भी दिया गया है. इसके आधार पर जीएमसी, पूर्णिया को 100 एमबीबीएस सीटों पर शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए अनुमति दी जा रही है.
By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2023 2:01 AM
पटना. नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) दिल्ली ने मंगलवार को बिहार के 11वें नये सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पूर्णिया में इस सत्र से 100 एमबीबीएस सीटों पर नामांकन की अनुमति दे दी. इसके साथ ही अब राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या 1390 हो गयी है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 100 एमबीबीएस सीटों पर नामांकन को लेकर राज्य सरकार ने नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) को अंडरटेकिंग दे दी थी.
13 मार्च 2023 को भौतिक त्रुटियों की हुई थी जांच
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य को भेजे गये स्वीकृति पत्र में एनएमसी ने कहा है कि परमिशन ऑफ मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड द्वारा नव स्थापित कॉलेज की 17 जनवरी 2023 को मूल्यांकन रिपोर्ट की 13 मार्च 2023 को भौतिक त्रुटियों की जांच की गयी. इसमें कॉलेज की संरचना, सुविधा, लैबोरट्री, लाइब्रेरी, हॉस्टल, हॉस्पिटल, शिक्षकों की उपलब्धता, अनुभव, प्रकाशन, उनके आवास, ट्यूटर, नर्सिंग स्टॉफ और पारामेडिकल स्टॉफ के साथ सभी सुविधाओं का निरीक्षण किया गया.
100 एमबीबीएस सीटों नामांकन की अनुमति
यह मेडिकल कॉलेज आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के तहत संचालित होता है. इधर स्वास्थ्य विभाग के सचिव द्वारा जीएमसी, पूर्णिया का अंडरटेकिंग भी दिया गया है. इसके आधार पर जीएमसी, पूर्णिया को 100 एमबीबीएस सीटों पर शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए अनुमति दी जा रही है.
जीएमसी, पूर्णिया में 21 विभागों में 80 फैकल्टी की नियुक्ति की गयी है. राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अभी 1290 एमबीबीएस की सीटें हैं. पूर्णिया मेडिकल कॉलेज की 100 सीटों के इजाफा होने सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 1390 सीटें हो जायेंगी. उधर राज्य के प्राइवेट मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 1170 सीटें हैं. ऐसे में राज्य में प्राइवेट और सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 2560 सीटों पर मेडिकल की स्नातक स्तर की पढ़ायी संभव हो गयी है.