थावे. थावे थाना क्षेत्र के गोनियार गांव में खेत का बांध ट्रैक्टर से तोड़ देने का विरोध पर जानलेवा हमला कर दिया गया. इस हमले में घायल 40 वर्षीय पुजारी सुमन तिवारी की इलाज के दौरान पीएमसीएच में सोमवार की देर रात मौत हो गयी.
दो आरोपित लिये गये हिरासत में
मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. मंगलवार की सुबह थावे पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया. शव जैसे ही एंबुलेंस से गांव पहुंचा, उसे देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. ग्रामीणों में इस घटना को लेकर काफी रोष था. इलाके में पूजा- पाठ करा कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले सुमन तिवारी चार दिनों तक पीएमसीएच में मौत से जूझ कर सोमवार की देर रात जिंदगी की जंग हार गये. मौत की खबर पर एक्शन में आये थावे थानाध्यक्ष हरे राम कुमार की टीम ने दो आरोपितों को हिरासत में ले लिया. पुलिस उनसे पूछताछ करने की बात कह रही है. कांड के एक आरोपित की तलाश की जा रही है.
परिवार के अन्य सदस्यों की भी हुई थी पिटाई
परिजनों के अनुसार 31 जुलाई की शाम सत्येंद्र सिंह ने सुमन तिवारी के खेत का मेड़ ट्रैक्टर से जोत दिया. ग्रामीणों से मिली सूचना पर पहुंचे पुजारी सुमन तिवारी ने इसका विरोध किया, तो उनपर हमला कर दिया. बचाने गये परिवार के अन्य सदस्यों को भी पीटा गया. सुमन तिवारी के प्राइवेट पार्ट पर गंभीर चोटें आयीं और वे बेहोश हो गये. पहले उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने हालत नाजुक बताकर पीएमसीएच रेफर कर दिया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. मृतक सुमन तिवारी आचार्य की पढ़ाई कर चुके थे और गांव में पुरोहित तथा वैवाहिक संस्कार आदि कराते थे.
दोनों पक्षों ने दर्ज करायी थी प्राथमिकी
गोनियार में हुई मारपीट की घटना में थावे थाने में दोनों पक्षों द्वारा एक अगस्त को प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. घटना में कुल चार लोग घायल हुए थे और दोनों पक्षों के छह लोगों पर नामजद एफआइआर दर्ज की गयी थी. मृतक के बड़े भाई सुनील कुमार तिवारी ने गांव के सत्येंद्र कुमार सिंह, मुन्ना सिंह और सुरेश सिंह को नामजद किया है. वहीं, दूसरे पक्ष के सत्येंद्र कुमार सिंह ने संजय तिवारी, सुनील तिवारी और सुमन तिवारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. मृतक की पत्नी पिंटू देवी और तीन अविवाहित पुत्रियां सलोनी कुमारी, बंटी कुमारी और स्वीटी कुमारी गहरे सदमे में हैं. परिवार के साथ साथ संगे-संबंधियों में भी चीत्कार मचा रहा. इलाके के लोगों को हत्या का काफी मलाल था. सुमन तिवारी का मृदु़भाषी व संस्कृत के विद्वान होने के कारण काफी सम्मान था.
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