जंदाहा. जंदाहा थाने में तैनात रहे चौकीदार बाबूलाल पासवान के परिवार की हालत इन दिनों बेहद दयनीय हो गयी है. उनका बेटा दिनेश पासवान पिछले नौ वर्षों से अनुकंपा आधारित नौकरी का इंतजार कर रहा है, लेकिन अब तक उसे नौकरी नहीं मिल सकी है. वर्ष 2016 में संपन्न जिला अनुकंपा चयन समिति की बैठक में दिनेश का चयन चौकीदार पद के लिए किया गया था. इसके बावजूद नौ साल बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली है. परिवार का आरोप है कि जिला समाहरणालय की स्थापना शाखा के कर्मचारी जान बूझकर उसे नौकरी से वंचित कर रहे हैं. बाबूलाल पासवान ने आयुक्त सचिव को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि एक कर्मचारी ने जल्दी नियुक्ति दिलाने के नाम पर पैसे भी लिये. इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है. दिनेश पासवान रोजाना दफ्तरों के चक्कर काटते हैं. आर्थिक तंगी इतनी बढ़ गयी है कि परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया है. बाबूलाल पासवान का कहना है कि नौकरी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, फिर भी जिला कार्यालय के कर्मचारी टालमटोल कर रहे हैं. अब पूरा परिवार टूटने के कगार पर है. सरकारी व्यवस्था की इस बेरुखी ने उनके जीवन को अंधेरे में धकेल दिया है. उन्हें उम्मीद है कि उनकी फरियाद पर कोई अधिकारी जल्द ध्यान देंगे और दिनेश को न्याय मिलेगा.
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