Bihar: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है. चीन से नागालैंड के रास्ते बिहार में घातक हथियार पहुंचाए जा रहे हैं. दीमापुर के रणजीत दास, अहमद अंसारी, विकास कुमार और देवमनी राय जैसे तस्कर इस अवैध कारोबार में शामिल हैं. NIA ने इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए जांच तेज कर दी है.
एके-47 और ग्लॉक पिस्तौल की तस्करी का संदेह
जांच के दौरान यह पता चला है कि तस्कर सिर्फ एके-47 राइफल ही नहीं बल्कि ग्लॉक जैसी विदेशी पिस्तौल की भी सप्लाई कर रहे हैं. मोबाइल फोन से मिली तस्वीरों और सूचनाओं से यह साफ हुआ कि ये हथियार बिहार के कई इलाकों तक पहुंचाए जा रहे थे. यह भी शक है कि इन हथियारों की सप्लाई पुलिस और सेना के कुछ अधिकारियों तक हो रही है.
लाखों रुपये के लेन-देन का हुआ खुलासा
विकास कुमार ने कबूला है कि उसने एके-47 हथियार के लिए अहमद अंसारी को 12 लाख रुपये दिए थे. बैंक खातों की जांच में 38 लाख रुपये से अधिक का ट्रांजैक्शन पाया गया है. इससे पता चलता है कि दीमापुर से कई खेप बिहार में लाई गई हैं और यह अवैध व्यापार बड़े पैमाने पर चल रहा है.
चार्जशीट दाखिल, गहन जांच जारी
एनआईए ने आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है और अब इस मामले की गहराई से जांच जारी है. एजेंसी अवैध हथियारों की सप्लाई चेन को पूरी तरह तोड़ने की कोशिश कर रही है ताकि राज्य में कानून व्यवस्था मजबूत हो सके.
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सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती बढ़ने की संभावना
इस खुलासे के बाद बिहार में सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी कार्रवाई हो सकती है. अवैध हथियार तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए नए कदम उठाए जा सकते हैं, जिससे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो सके.