क्या हो रहे हैं बदलाव?
केंद्र सरकार ने मधुबनी स्टेशन के कायाकल्प के लिए करीब 20 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. इस बजट से स्टेशन परिसर को नया रूप दिया जा रहा है. बदलाव के प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
- 40 फीट चौड़ा फर्श बनाया जा रहा है ताकि बारिश के दौरान पानी जमा न हो.
- यात्रियों की सुविधा के लिए ओवरब्रिज बनाया जा रहा है, जिससे एक प्लेटफॉर्म से दूसरे पर आना-जाना आसान होगा.
- स्टेशन पर दो मंजिला इमारत तैयार हो रही है, जिसमें नई टिकट खिड़कियां, यात्री शेड, पीने का पानी और शौचालय जैसी सुविधाएं होंगी.
- स्टेशन का नया मुख्य गेट अब हनुमान मंदिर के सामने बनेगा, जिससे स्टेशन तक पहुंचना आसान हो जाएगा.
यात्रियों को क्या मिलेगी सुविधा?
अभी जब स्टेशन पर भीड़ होती है तो जगह की कमी महसूस होती है. साथ ही, पार्किंग की पक्की व्यवस्था नहीं है और बारिश में स्टेशन परिसर में पानी भर जाता है. लेकिन नए प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद ये सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी. यात्रियों को बेहतर पार्किंग, साफ-सुथरे शौचालय और पेयजल जैसी सुविधाएं मिलेंगी.
2025 तक पूरा होगा काम
रेलवे विभाग के अनुसार, स्टेशन का पूरा निर्माण कार्य 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा. खास बात यह है कि नई इमारत में मिथिला पेंटिंग की झलक भी देखने को मिलेगी, जिससे स्टेशन की खूबसूरती और सांस्कृतिक पहचान और भी निखरेगी. मधुबनी के लोग इस बदलाव से बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि यह स्टेशन अब न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि पूरे जिले की एक नई पहचान भी बनेगा.
(सहयोगी सुमेधा की रिपोर्ट)
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