इस हमले में नगर परिषद उपाध्यक्ष नीतीश कुमार साव गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज पटना में जारी है. घटना के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 41 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
चुनावी माहौल को खराब करने की साजिश
विधायक श्रेयसी सिंह ने इस घटना को चुनावी माहौल को खराब करने की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों से सभी समुदाय और धर्म के लोग यहां शांति से रह रहे थे, लेकिन चुनावी समय में ऐसी घटनाओं का उद्देश्य माहौल को खराब करना है. उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
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प्रशासन की तत्परता की सराहना
विधायक ने जिला प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि जांच के बाद इस घटना के पीछे की साजिश सामने आएगी. उन्होंने इसे असामाजिक तत्वों की करतूत बताया, जो पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में काफिले पर पथराव करके कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश कर रहे थे. इस घटना ने एक बार फिर चुनावी माहौल में अशांति फैलाने की कोशिश को उजागर किया है, और अब प्रशासन इस मामले की गहरी जांच कर सभी दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है.
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