बिहार, पूर्णिया: जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उनकी पार्टी न किसी पार्टी या गठबंधन को सहयोग करेगी और ने सहयोग लेगी. हम अपने विचारों को लेकर जनता के बीच जायेंगे. हमें किसी की आलोचना करने में भी कोई दिलचस्पी नहीं है. इसके लिए मेरे पास वक्त भी नहीं है. मेरा फोकस पार्टी और और बिहार का विकास है. उन्होंने कहा कि बीते 19 मई को पार्टी ने उन्हें नयी जिम्मेदारी दी है. इस नाते उनकी संगठन को मजबूत करने के प्रति उनकी जवाबदेही बनती है. इसलिये वे शीघ्र ही राज्य के 10 प्रमंडल में जाकर संगठन की समीक्षा करेंगे. इसमें जो सुझाव आयेगा, उसे जमीन पर उतारा जायेगा.
विधायक तय करेंगे सीएम कौन बनेगा?
सिंह दिल्ली रवाना से पूर्व पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में लोकतांत्रिक आधार पर ही किसी भी चीज की सहमति बनती है. इसलिये अगर बिहार में जनता ने उनकी पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया तो हमारे जो विधायक चुनकर आयेंगे उनके मत के बहुमत के आधार पर सीएम बनेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी में सबसे प्रभावशाली चेहरा प्रशांत किशोर हैं. बावजूद इसके लोकतांत्रिक तरीके से ही सीएम का चुनाव होगा. उन्होंने कहा कि पिछले 20-25 साल से राजनीति का स्तर गिरा है, जिसे बदलने की आवश्यकता है. बिहार में पलायन, शिक्षा, स्वास्थ्य की बड़ी समस्या है. अब नीतीश जी का उस तरह से नियंत्रण नहीं है,जो पहले था.
बिहार में शराबबंदी महज ढकोसला
उन्होंने बिहार के शराबबंदी को ढकोसला बताया और कहा कि यहां शराबबंदी है ही नहीं. बंदी के बावजूद लोग लोग शराब पी रहे हैं. पहले से ज्यादा घरेलू हिंसा बढ़ी है. शराबबंदी से बिहार में स्मैक जैसे खतरनाक नशे का प्रचलन अत्यधिक बढ़ गया है. वह दिन दूर नहीं जब ‘उड़ता पंजाब’ की तर्ज पर ‘उड़ता बिहार’ नाम से फिल्म बने.विश्व में भारत का चौथी अर्थव्यवस्था बनने पर उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की क्या हालत है, यह किसी से छिपी नहीं है. अगर यहां पर हर व्यक्ति की आय सामान्य जीवन की तरह हो जाये तब ही अर्थव्यवस्था का नंबर दिया जा सकता है.
बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें
कल्याण छात्रावास के सुधार के लिए सांसद को लिखा पत्र
उदय सिंह ने कहा कि पूर्णिया में कल्याण छात्रावास की हालत ठीक नहीं है. छात्रावास में कई समस्याएं हैं, वहां छात्रों को रहने के लिए जगह नहीं है. छात्रावास के छात्र इंटरनेट और कंप्यूटर से वाकिफ हैं, लेकिन उन्हें इसकी सुविधा नहीं है. उन्होंने कहा कि कल्याण छात्रावास के छात्रों के लिये उनकी ओर से फिलहाल 6 कंप्यूटर और 3 प्रिंटर मुहैया कराया जा रहा है. इसमें कुछ दिनों के लिए एक प्रशिक्षक को भी रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि कल्याण छात्रावास की समस्याओं के निदान के लिए जिला पदाधिकारी एवं पूर्णिया के सांसद और महापौर को भी पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि छात्रों के छात्रवृत्ति की राशि वर्ष 2016 से नहीं मिल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि जिन समुदाय के नाम पर देश में सारी राजनीति हो रही है, उनके बच्चों को देखने वाला कोई नहीं है. इस मौके पर जनसुराज के जिला अध्यक्ष बंटी यादव मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें: बिहार को मिलने वाली है वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेन की सौगात, इस रूट के लोगों को होगा फायदा