जहानाबाद.
नये एसपी के आते ही जिले की पुलिस अपराधियों पर कहर बनकर टूट पड़ी है और फरार अपराधियों की शामत आ गयी है. पुलिस की दबिश से घबराकर आपराधिक मामले में फरार चल रहे गंधार पंचायत के फरार मुखिया बैना निवासी राजीव रंजन कुमार और इसके सहयोगी कौशलेंद्र कुमार ने शुक्रवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में सरेंडर कर दिया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया. गंधार मुखिया राजीव रंजन कुमार और उसका सहयोगी कौशलेंद्र कुमार घोसी थाना कांड संख्या 92/2016 में वर्षों से फरार चल रहा था और न्यायालय से दोनों के खिलाफ इश्तेहार के बाद कुर्की जब्ती का वारंट भी निकला हुआ था. पुलिस की छापेमारी और कुर्की जब्ती की डर से मुखिया व उसके सहयोगी ने न्यायालय में सरेंडर करना ही उचित समझा जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया. उपरोक्त मुखिया के विरूद्ध पूर्व से भी कई मामले दर्ज हैं और वह पहले भी सरकार द्वारा सील किये गये गोदाम का ताला तोड़कर चोरी करने के आरोप में जेल जा चुका है. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि फरार रहते हुए मुखिया द्वारा पंचायत का कार्य कैसे किया जाता रहा, यह भी जांच के दायरे में है. इस पर पहले से ही अपने ऊपर दर्ज सरकारी संपत्ति की चोरी के केस का तथ्य छुपाकर चुनाव लड़ने का मुकदमा चल रहा है.
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