जहानाबाद नगर
. समाहरणालय सभा कक्ष में उद्योग एवं बैंकर्स की संयुक्त समीक्षा बैठक का आयोजन डीडीसी डॉ प्रीति की अध्यक्षता में किया गया. बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम तथा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई. बैठक के प्रारंभ में परियोजना प्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र द्वारा वर्ष 2024-25 के अंतर्गत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के क्रियान्वयन की जानकारी दी गई. बताया गया कि लक्ष्य 90 के विरुद्ध 90 लाभार्थियों के ऋण स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिनमें से 77 को ऋण का वितरण भी हो चुका है. वहीं प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम योजना के अंतर्गत वर्ष 2025-26 में अब तक 14 लाभार्थियों के ऋण स्वीकृत किये गये हैं तथा छह लाभार्थियों को ऋण वितरित किया गया है. डीडीसी ने निर्देश दिया कि शेष लाभार्थियों को शीघ्र ऋण वितरण सुनिश्चित किया जाए. डीडीसी ने बैठक के दौरान पीएमएफएमई योजना की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए संबंधित बैंकों को शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया. विशेष रूप से दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की प्रगति पर असंतोष जताया गया. इस पर बैंक के डीसीओ द्वारा बताया गया कि दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक एवं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के मर्जर के कारण तकनीकी जटिलताएं उत्पन्न हो रही हैं, जिससे कार्य में अपेक्षित गति नहीं आ पा रही हैं. बैठक के दौरान डीडीसी द्वारा पीएमएफएमई योजना के अंतर्गत दो लाभुकों को 25 लाख का ऋण स्वीकृति पत्र भी प्रदान किया गया. बैठक में विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयक, अग्रणी बैंक प्रबंधक, बैंकिंग कार्मिक, जिला उद्योग केंद्र के प्रतिनिधि, लाभुक उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है