जहानाबाद. जब से पटना-गया राष्ट्रीय राजमार्ग पर फोरलेन का निर्माण हुआ है तब से एनएच और शहरी बाइपास पर शहर के लोदीपुर गांव के निकट बना ओवरब्रिज का एक ही लेन चालू किया गया है.
तेज रफ्तार पर नहीं लग रहा लगाम
जिले में वाहनों की तेज रफ्तार और वाहन चालकों के द्वारा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन मासूम लोगों की जिंदगी लील रहा है. जिला और पुलिस प्रशासन के प्रयास के बावजूद वाहनों की स्पीड पर ब्रेक नहीं लग रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग 83 पर जब से नया फोरलेन बनाया गया है तब से इस पर सड़क दुर्घटनाएं काफी बढ़ गयी है. खासकर शहरी बाइपास पर तो लगभग प्रतिदिन कोई न कोई सड़क दुर्घटना हो रही है जिनमें कई लोगों की जान चली जाती है तो कई लोग गंभीर रूप से जख्मी होकर जिंदगी और मौत से जंग लड़ते रहते हैं. ऐसी बात नहीं है कि केवल बाइपास पर ही तेज रफ्तार वाहन दुर्घटना को अंजाम दे रहे हैं. जिले के स्टेट हाइवे पर भी वाहन चालक रफ्तार पर लगाम नहीं लगते जिसके कारण दुर्घटनाओं में मासूमों की जान चली जाती है. राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर स्टेट हाइवे और देहाती क्षेत्र की सड़कों पर भी आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें बेकसूरों की जान जा रही है. ज्यादातर दुर्घटनाओं में वाहनों की तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ही दुर्घटना का कारण बनती है.वाहन चालक नहीं रखते स्पीड पर नियंत्रण
सतर्कता से कम हो सकती हैं दुर्घटनाएं
अगर घनी आबादी वाली जगहों पर प्रवेश के समय अगर सतर्कता बरती जाये और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में प्रवेश के पहले गति सीमा और सतर्कता का बोर्ड, सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाई जाए और सड़क किनारे उगे जंगलों को साफ कर विजिबिलिटी बढ़ायी जाये, तो दुर्घटनाओं में काफी हद तक कमी लायी जा सकती है. किंतु अभी तक एनएचआइ और आरसीडी के द्वारा इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. दुर्घटना में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन और शराब पीकर गाड़ी चलाना भी प्रमुख वजह बनती हैं.बाइपास पर बेतहाशा दौड़ते हैं वाहन
शहर में सुबह 8 से रात 9 तक बड़े वाहनों के लिए नो एंट्री लगायी गयी है. नो एंट्री के बाद बड़े वाहन खासकर बालू और गिट्टी लादने वाले डंपर और ट्रक ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर तेज रफ्तार से वाहन हांकते थे. किंतु जब से बाइपास चालू हुआ है तब से बाइपास में ऐसे वाहन बेतहाशा दौड़ लगाते हैं. खासकर बालू और गिट्टी लादे ट्रक चालक पुलिस, परिवहन और खनन विभाग से बचने के लिए तो जल्दी-जल्दी ट्रिप लगाने के लिए लापरवाही और हाई स्पीड में वाहन चलाकर भागते नजर आते हैं. यही कारण है कि इन दोनों बाइपास में सड़क दुर्घटनाएं काफी बढ़ गयी है.
शहर में दिन में रहती है नो एंट्री
क्या कहते हैं पदाधिकारी
वाहन चेकिंग के दौरान हाइ स्पीड में चलने वाले वाहन चालकों को पकड़ कर उनसे जुर्माना वसूल किया जाता है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की स्पीड पर निगरानी रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा स्पीड गन के साथ गश्ती की जा रही है. सड़क सुरक्षा की बैठक में एनएच द्वारा दूसरे लेन को जल्द चालू कराने का आश्वासन दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है